Five Characteristics of an Ideal Student
Kaak cheshta bako dhyanam.
स्वान निद्रा तथैव च ।
Swan nindra tathaiwa cha
अल्पहारी, गृहत्यागी,
Swalpahari, grihtyaagi,
विद्यार्थी पंच लक्षणं ॥
Vidyarthi panch lakshnam.
हिन्दी भावार्थ:
एक आदर्श विद्यार्थी में यह पांच लक्षण जरूर होनी चाहिए..
कौवे की तरह जानने की चेष्टा,
बगुले की तरह ध्यान,
कुत्ते की तरह सोना / निंद्रा
अल्पाहारी, आवश्यकतानुसार खाने वाला
और गृह-त्यागी होना चाहिए।
Five Characteristics of an Ideal Student
काक चेष्टा (Kaak cheshta) - विद्यार्थी को हमेशा कौआ की तरह चेष्टा रखनी चाहिए, जहां-जहां ज्ञान मिल रहा हो उसे ग्रहण कर लेना चाहिए।
बको ध्यानं (bako dhyanam) - विद्यार्थी बगुलें की तरह अपना ध्यान लगाना चाहिए जिस तरह बगुला पानी में मछली पकड़ने के लिए ध्यान लगता है, ठीक उसी तरह विद्यार्थी को अपना ध्यान ज्ञान ग्रहण करने में लगाना चाहिए।
स्वान निद्रा (Swan nindra) - यह स्वान का अर्थ कुत्ता है, जिस तरह कुत्ता हल्की से अहट पर उठ जाता है कोई आलस नहीं करता है उसी प्रकार एक विद्यार्थी को कभी आलस नहीं करना चाहिए।
अल्पहारी (Swalpahari) - विद्यार्थी को हमेशा कम खाना चाहिए जिससे उसकी पचान क्रिया स्वथ्य रहे और आलस नहीं आए।
सदाचारी (grihtyaagi) - विचारों में हमेशा सकारात्मक विचार ही रखनी चाहिए, अपने से बड़ों व शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। अपनों से छोटों से प्यार करना चाहिए।
ये पांच लक्षण एक विद्यार्थी को अपनाना चाहिए या अपने जीवन में इन पांच लक्षणों का होना चाहिए।
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