विश्व गौरैया दिवस 2025: जानिए World Sparrow Day 2024 का उद्देश्य, इतिहास और महत्व 'गौरैया' से जुड़ी जानकारी
World Sparrow Day 2025: हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है।
विश्व गौरैया दिवस के बारे में
नाम : विश्व गौरैया दिवस
तारीख़ : 20 मार्च (वार्षिक)
शुरूआत : वर्ष 2010 में
पहली बार : 20 मार्च 2010
उद्देश्य : घरेलू गौरैया पक्षी का संरक्षण
गौरैया का वैज्ञानिक नाम : पासर डोमेस्टिकस
2022 थीम : आई लव स्पैरो
विश्वभर में पिछले बारह वर्षों से गौरैया दिवस (Sparrow Day) मनाया जा रहा है। आज गौरैया सिर्फ पुस्तकों, कविताओं में ही है। गांव में यदि कभी कोई गौरैया दिख जाए तो बच्चे बड़े और सभी लोग झूम उठते हैं लेकिन समस्त मानव समाज के लिए शर्म की बात है कि गौरैया (Sparrow) अब विलुप्ति की कगार पर है और इसका संरक्षण हमारा कर्तव्य होना चाहिए जो कि आज भी नहीं है, बस इसी बात को याद दिलाने के लिए और जागरूकता बढ़ाने के लिए हम प्रतिवर्ष विश्व गौरैया दिवस मनाते हैं।
विश्व गौरैया दिवस 2022 थीम (World Sparrow Day 2022 Theme)
इस वर्ष विश्व गौरैया दिवस 2022 की थीम 'आई लव स्पैरो’ (I Love Sparrow) है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का एक उद्देश्य यह भी है कि हमारे युवाओं प्रकृति के प्रति उत्साही, लोगों को गौरैया से प्रेम करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
विश्व गौरैया दिवस का इतिहास (World Sparrow Day History in Hindi)
विश्व गौरैया दिवस, नेचर फॉरएवर सोसाइटी ऑफ इंडिया (Nature Forever Society of India) के साथ-साथ फ्रांस की इकोसेज एक्शन फाउंडेशन (eco-sys action foundation france) की शुरू की गई एक पहल है। सोसाइटी की शुरुआत फेमस पर्यावरणविद् मोहम्मद दिलावर ने की थी। उन्हें 2008 में Time Magazine (American news magazine) ने Heros of the Environment (हीरोज ऑफ एनवायरमेंट) में शामिल किया गया था। साल 2010 में पहली बार 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day) मनाया गया। इसके बाद हर साल 20 मार्च को यह दिवस (Sparrow Day) मनाया जाता है। 20 मार्च 2011 को गौरैया संरक्षण और पर्यावरण के कार्य में मदद करने वालों को सम्मानित करने के लिए (एन.एफ.एस.) NFS द्वारा गुजरात के अहमदाबाद में ‘गौरैया पुरस्कार’ की भी शुरुआत की गई। इसका मुख्य मकसद पर्यावरण और गौरैया संरक्षण में अपना योगदान दे रहे हैं ऐसे लोगों की सराहना करना है।
कौन है गौरैया? (What is a Sparrow)
गौरैया का वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस (Passer domesticus) है। यह पासेराडेई परिवार का हिस्सा है। सामान्य नाम हाउस स्पैरो है, विश्व के विभिन्न देशों में यह पाई जाती है। यह लगभग 16 सेंटीमीटर के होती है और विंगस्पैन 21 सेंटीमीटर होते हैं। मतलब बहुत ही छोटी होती है। शहरों के मुकाबलों गांवों में रहना इसे अधिक सुहाता है। इसका अधिकतम वजन 25 से 30 ग्राम तक होता है। यह कीड़े और अनाज खाकर अपना जीवनयापन करती है। शहरों की तुलना में गांवों में रहना इसे ज्यादा पसंद है।
गौरैया से जुडे कुछ रोचक तथ्य (Intresting facts about Sparrow)
गौरैया की संख्या लगातार कम होती जा रही है। एस स्टडी के अनुसार इसकी संख्या में 60 फीसदी तक कमी आई है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का एक उद्देश्य यह भी है कि हमारे युवाओं प्रकृति के प्रति उत्साही, लोगों को गौरैया से प्रेम करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
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