🤱 मेरी माँ 🤱
इन चीटियों को देखकर
मुझे मॉं की याद आती है।
वह भी पतीले में जमी
सब्जी ऐसे ही उतार
लेती थी। सूखी रोटी से
पूरे घर को खिलाने
के बाद,
बस वही पतीले
पर लगी सब्जी ही
बची रह जाती थी।
और मां हमें विश्वास
दिलाती थी।
ये अहसास कराती थी
कि वो, रूखी नही
खा रही है रोटी
सब्जी से खा रही है।
निधि "मानसिंह"
कैथल हरियाणा
nidhisinghiitr@gmail.com
राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस 2024 (National Safe Motherhood Day 2024) की शुभकामनाएं।
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