इलाहाबाद-जौनपुर क्षेत्र में बोली जाने वाली स्थानीय हिन्दी के शब्दों से युक्त रचना
अबकी चुनाव में
नेतन की भीड़ जुटै
पेड़न की छाँव में
मंगरू धमाल काटै
नेतन के दाँव पे
वोटर लुभाय रहैं
घूम घूम गाँव में
अबकी चुनाव में
भाषण भी खूब चलै
राशन भी खूब बटै
नोटन की रोशनी में
नेतन भी नीक लगै
शहर सा बनाय देइहें
घूम घूम गाँव में
अबकी चुनाव में
अंगना में रमुआ के
बैठ साथ खाय रहै
रमुआ की मुनिया के
गोद लिए घूम रहैं
छाले भी पड़ गईन
नेतन के पाँव में
अबकी चुनाव में
बैठक में नेता के
इफ़तारी चल रही
बड़के ओसरवा में
चलत बा भंडारा भी
मुफ्त माल उड़ाय रहैं
वोटरवा भी ठाँव में
अबकी चुनाव में
दारू के ठेकन पे
भीड़ बेभाव की
मुफ्त दारू पी रहे
कल्लू जुबार भी
झूम झूम नाच रहे
दर दर गाँव में
अबकी चुनाव में
जेल से छुड़वाय दिहने
बबुआ जमानत पे
चले तन आगे पीछे
खद्दर जमात में
वोट दिलवाय देइहें
मोछन की ताव पे
अबकी चुनाव में
खुसुर फुसुर करत रहे
चुनुवा भी माई से
मनवा ना बतइबे
असार बदलाव के
नेता जी तैर रहें
कागज़ की नाव में
अबकी चुनाव में
राजरूपपुर, इलाहाबाद
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