बच्चों के लिए रचना
🏏 गली क्रिकेट 🏏
ना रिक्शा ना कोई इक्का
आवाजाही इक्का दुक्का
खेलें क्रिकेट बीच गली में
चुन्नू मुन्नू सुक्खा लुक्का।
कभी तीर कभी लगे तुक्का
बैट घुमाते अंधा चुक्का
मचा रहे सब हल्ला गुल्ला
गेंद छूटती इक्का दुक्का
फेंके गेंद जोर से लुक्का,
लगे खिलाड़ी आउट पक्का,
चुन्नू बैट घुमाए कसकर
मार रहा छक्के पर छक्का
छत पर खड़े देखते कक्का
लिए हाथ में अपना हुक्का
छक्का जब जब मारे चुन्नू
आँख मींच लें डर से कक्का
छू कर गेंद बैट का नुक्का
पहुँची गेंद जहाँ थे कक्का
कस कर गेंद लगी कक्का को
बच्चे सब थे हक्का-बक्का
सह न पाए गेंद का धक्का
गिरा हाथ से उनका हुक्का
भाग गए बच्चे सब डर के
चुन्नू मुन्नू सुक्खा लुक्का।
सब बच्चों से बोला लुक्का
करो इरादा सब अब पक्का
नहीं करेंगे कभी सड़क पर
धमा चौकड़ी धूम धड़क्का
राजरूपपुर, प्रयागराज
इक्का: घोड़ा गाड़ी
आवाजाही: आना-जाना
इक्का दुक्का: एक दो/ बहुत कम संख्या में
चुन्नू, मुन्नू , सुक्खा, लुक्का: बच्चों के नाम
हुक्का: तंबाकू पीने के लिए विशेष प्रकार का उपकरण
नुक्का: कोना/ नोक
हक्का-बक्का: चकित/भौंचक्का
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