बच्चों के लिए रचना
🚂 रेलगाड़ी 🚂
प्लेटफार्म पर आयी गाड़ी
बच्चों के मन भायी गाड़ी
साफ स्वच्छ हो नई नई सी
चमक दमक रही रेलगाड़ी
बिना टिकट ना कोई जाओ
जल्दी जल्दी टिकट कटाओ
धक्का मुक्की भागा दौड़ी
नहीं करो लाइन से आओ
चुन्नू मुन्नू बक्सा लाए
छड़ी सहारे दादा आए
बैठ सीट पर अपनी अपनी
मूछ ऐंठ दादा मुस्काए
अशोक श्रीवास्तव 'कुमुद'
राजरूपपुर, प्रयागराज
ये भी पढ़ें;
✓ तिरंगे झंडे पर कविता : लहर लहर लहराय गगन में, भारत का सम्मान तिरंगा