Bal Kavita Tikki Pakora Jalebi : बाल कविता टिक्की पकौड़ी जलेबी

Dr. Mulla Adam Ali
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Children's Poetry Tikki Pakora Jalebi : Hindi Bal Kavita by Nidhi Mansingh 

कविता कोश में आज आपके सामने प्रस्तुत है निधि मानसिंह की हिंदी बाल कविता "टिक्की, पकौड़ी, जलेबी", पढ़े और आनंद लें।

बाल कविता

टिक्की, पकौड़ी, जलेबी

ठेले वाला भैय्या आया

टिक्की, पकौड़ी, जलेबी लाया।

गर्म तवे पर सिकती टिक्की

छोले संग लिपटी टिक्की। 

देख चुन्नु का जी ललचाया 

ठेले वाला भैय्या आया। 

तेल मे नाच दिखाती पकौड़ी, 

चटनी संग इठलाती पकौड़ी। 

खुशबू से सबका मन महकाया 

ठेले वाला भैय्या आया। 

गोला - गोल है प्यारी-प्यारी, 

चाशनी मे डुबकी मारी। 

देख जलेबी मुंह मे पानी आया। 

ठेले वाला भैय्या आया 

टिक्की, पकौड़ी, जलेबी लाया 


निधि 'मानसिंह' 
कैथल हरियाणा 
nidhisinghiitr@gmail.com

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