Diwali 2025 : दीपावली पर विशेष बाल कविता : दीपों की माला
कविता कोश में दिवाली 2025 पर विशेष बच्चों के लिए निधि मानसिंह जी द्वारा लिखी गई बाल कविता आपके समक्ष। पढ़े और आनंद लें।
दीपों की माला
दीपों का त्यौहार दीवाली,
खुशियां लेकर आई है।
चुन्नु - मुन्नु फुलझडी जलाते,
राधा ने रंगोली सजाई है।
घर-घर में दीप जले,
पकवानों की खुशबू छाई।
फूल - मालाएँ खेल खिलौने,
उपहारों ने मौज बनाई है।
उजियारे का त्यौहार दीवाली,
अंधकार मिटाने आई है।
भक्ति भाव से पूजा करते सब,
खुशियां ही खुशियां मुस्काई है।
भाईचारे का पाठ सिखाती,
प्रेम - भावना संग लाई है।
दीन - दुखी भी रोशन रहे,
ये दीपों की माला जगाई है।
दीपों का त्यौहार दीवाली,
खुशियां लेकर आई है।
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