Poem on Deepawali 2025 : दिवाली पर विशेष कविता - दीप सात रंगों के
कविता कोश में दिवाली 2025 पर विशेष डॉ. मंजु रुस्तगी जी द्वारा लिखी गई कविता आपके समक्ष। पढ़े और आनंद लें।
दीप सात रंगों के
दीप सात रंगों के इस वर्ष जलाना तुम प्रिय
उत्सव यह प्रकाश का कुछ यूँ मनाना तुम प्रिय
उत्साह के रंगों से पूरित, आस की रंगोली सजाना
समर्पण की डोरी में गूँथ, नेह-पुष्प माला बनाना
तोरण सेवाभाव की, मुख-द्वार सजाना तुम प्रिय
दीप सात रंगों के इस वर्ष जलाना तुम प्रिय
ज्ञान दीपक के लिए, बाती चिंतन की बनाना
आत्ममंथन-घृत से भरकर ही इसे अग्नि दिखाना
सर्वत्र ऐसी जोत की आभा फैलाना तुम प्रिय
दीप सात रंगों के इस वर्ष जलाना तुम प्रिय
सजेगी सप्त भाव से जब पुनीत दीयों की अवली
महकेगा हर मन-अंगना, उज्ज्वल होगी गली-गली
प्रेममय संसार का नवपथ दिखाना तुम प्रिय
दीप सात रंगों के इस वर्ष जलाना तुम प्रिय
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