Bihari Lal Ke Dohe : तो पर वारौं उरबसी, सुनि, राधिके सुजान - बिहारीलाल के दोहे हिंदी अर्थ सहित
Bihari Lal Ke Dohe in Hindi : बिहारी के दोहे अर्थ सहित
तो पर वारौं उरबसी, सुनि, राधिके सुजान।
तू मोहन कैं उर बसी ह्वै उरबसी-समान॥
to par vaaraun urbasi, suni, radhike sujan.
too mohan kain ur basi hvai urbasi-saman.
भावार्थ: कवि बिहारी कहते हैं कि राधा को यूं प्रतीत हो रहा है कि श्री कृष्ण किसी अन्य स्त्री के प्रेम में बांधे गए हैं। राधा की सखी उन्हें समझाते हुए कहती हैं कि - हे राधिका अच्छे से जान लो! कृष्णा तुम पर उर्वशी, अप्सरा को भी न्योछावर कर देंगे। क्योंकि तुम कृष्ण के मन में उर्वशी आभूषण के समान विराजमान हैं। इस तरह कवि बिहारी का यह दोहा राधारानी की प्रशंशा में है।
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