हिंदी के प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां और आलोचक : Hindi Ke Parmukh Aalochak Aur Kritiyan
प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां और आलोचक
Bhartiya Kavyashastra: भारतीय काव्यशास्त्र पर प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां और आलोचक
1. भारतीय काव्यशास्त्र की भूमिका - नगेंद्र
2. रस - सिद्धांत - नगेंद्र
3. भारतीय काव्यांग - सत्यदेव चौधरी
4. भारतीय काव्यशास्त्र - सत्यदेव चौधरी
5. भारतीय काव्यशास्त्र के सिद्धांत - कृष्णदेव झा
6. भारतीय काव्यशास्त्र के प्रतिनिधि सिद्धांत - राजवंश सहाय 'हीरा'
7. भारतीय साहित्यशास्त्र - बलदेव उपाध्याय
8. भारतीय काव्यशास्त्र मूल समस्याएँ - कृष्णबल (संपादित)
9. भारतीय साहित्यशास्त्र - बलदेव उपाध्याय
10. काव्य तत्त्व विमर्श - राममूर्ति त्रिपाठी
11. रस-सिद्धांत स्वरूप और विश्लेषण - आनंदप्रकाश दीक्षित
12. रस-मीमांसा - रामचंद्र शुक्ल
13. सिद्धांत और अध्ययन - बाबू गुलाबराय
14. साहित्य-सिद्धांत - रामअवध द्विवेदी
Pashchatya Kavyashastra : पाश्चात्य काव्यशास्त्र पर प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां और आलोचक
1. पाश्चात्य काव्यशास्त्र - शांतिस्वरूप गुप्त
2. पाश्चात्य काव्यशास्त्र - रामपूजन तिवारी
3. पाश्चात्य काव्यशास्त्र की परंपरा - नगेंद्र (संपादित)
4. अरस्तू का काव्यशास्त्र - नगेंद्र
5. काव्य में उदात्त तत्त्व (भूमिका) - नरेंद्र
6. पाश्चात्य काव्यशास्त्र का इतिहास - नरेंद्र, सावित्री सिन्हा (संपादित)
7. पाश्चात्य काव्यशास्त्र : सिद्धांत और वाद - नरेंद्र, राजकुमार कोहली
8. पाश्चात्य साहित्यालोचन - देवेंद्रनाथ शर्मा
Bhasha Vigyan Evam Hindi Bhasha : भाषाविज्ञान और हिंदी भाषा पर प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां और आलोचक
1. भाषाविज्ञान की भूमिका - देवेंद्रनाथ शर्मा
2. भाषाविज्ञान - भोलानाथ तिवारी
3. भाषाशास्त्र की रूपरेखा - उदयनारायण तिवारी
4. हिंदी भाषा का इतिहास - धीरेन्द्र वर्मा
5. हिंदी शब्दानुशासन - किशोरीदास वाजपेयी
6. हिंदी भाषा का संक्षिप्त इतिहास - भोलानाथ तिवारी
7. भाषा (हिंदी अनुवाद) - लैनर्ड ब्लूमफील्ड
8. अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान : सिद्धांत और प्रयोग - डॉ० रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तव
9. हिंदी उद्भव, विकास और रूप - हरदेव बाहरी
10. हिंदी व्याकरण - कामताप्रसाद गुरु
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