Poem on Books on World Book Day 2025 : Books Our Best Friends Poem by Nidhi Mansingh
Vishwa Pustak Diwas
23 अप्रैल 2025 विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस पर कविता कोश में आपके लिए पुस्तकों पर निधि 'मानसिंह' जी द्वारा लिखी गई एक कविता "किताबें सच्ची दोस्त होती है"। पढ़े और शेयर करें।
Poem on World Book Day
पुस्तक - सच्ची दोस्त
सबकी उलझन को सुलझाती
मुश्किलों को आसान बनाती।
हरदम अच्छी राह दिखाती
सबकी मार्गदर्शक बन जाती।
बनकर सच्ची दोस्त हमारी,
पुस्तक जीवन सफल कर जाती।
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जिंदगी को जीना सिखलाती
गिर जाये तो हाथ बढाती।
कभी हार की याद दिलाती,
कभी जीत का स्वाद चखाती।
बनकर सच्ची दोस्त हमारी,
पुस्तक जीवन सफल कर जाती।
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पुस्तक सबकों ज्ञान सीखाती
सबका आदर करना सिखलाती
बुरे कामों से हमें बचाती
जीवन मे प्रकाश भर जाती।
बनकर सच्ची दोस्त हमारी,
पुस्तक जीवन सफल कर जाती।
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हर जिज्ञासा को शांत करती
जीवन आलौकिक शक्ति से भरती।
पुस्तक कभी ना धोखा देती
सब मे ज्ञान के रंग भर जाती।
बनकर सच्ची दोस्त हमारी,
पुस्तक जीवन सफल कर जाती।
"आप सभी को विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं"
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