हिंदी बाल कविता : व्हाट्सएप पर नानी जी - फहीम अहमद

Dr. Mulla Adam Ali
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Bal Kavita Whatsapp Par Nani Ji Children's Poem by Dr. Faheem Ahmad

Bal Kavita Whatsapp Par Nani Ji

बाल कविता

व्हाट्सएप पर नानी जी

व्हाट्स ऐप पर नानी जी

भेजें रोज़ कहानी जी।


राजा -रानी के दिन बीते

अब हम नई सदी में जीते

नए ज्ञान से रहें न रीते।


परियों के किस्से न भेजें

छोड़ी कथा पुरानी जी।


कंप्यूटर की कथा बना ली

रॉकेट और सितारों वाली

उड़न तश्तरी बड़ी निराली।


इंटरनेट है एक समुन्दर

इसमें इत्ता पानी जी।


नानीजी की प्यारी बातें

बुद्धि -विवेकपूर्ण दिन-रातें

तर्क भरी देतीं सौगातें।


नई कथा की दुनिया लगती

है जानी -पहचानी जी।

डॉ. फहीम अहमद

असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, हिंदी विभाग,
महात्मा गांधी मेमोरियल पी.जी.कालेज,
सम्भल 244302 (उ.प्र.)
मोबाइल 8896340824
Email drfaheem807@gmail.com

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