Hindi Ghazal "Bhulana Bhi Mushkil" by Kunal Meena
Hindi Ghazal by Kunal Meena
भुलाना भी मुश्किल
उन्हें दिल की बात बताना भी मुश्किल
दिल से उन्हें भुलाना भी मुश्किल।
बिना बताये जान जाते हैं वो दिल का हाल
कोई राज उनसे छुपाना भी मुश्किल।
शरमाते है वो पर इतराते नही
सामने उनके इतराना भी मुश्किल।
न जाने क्यूँ? वो इतने नादान है
उनकों तो आजमाना भी मुश्किल।
कभी रूठे नही वो हमसे गर
रूठ जाये तो मनाना भी मुश्किल।
घबरा जाते हैं वो फक्त छूने से ही
उनकों नजदीक लाना भी मुश्किल।
रहा नही जाता अब तो उनके बिना
अपनाना तो क्या? उन्हें भुलाना भी मुश्किल।
कुनाल मीना
दौसा, राजस्थान
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