Best Children's Poem Chidiya In Hindi by Trilok Singh Thakurela
चिड़िया के विषय पर बेहतरीन बाल कविता
चिड़िया / त्रिलोक सिंह ठकुरेला
घर में आती जाती चिड़िया।
सबके मन को भाती चिड़िया।।
तिनके लेकर नीड़ बनाती,
अपना घर परिवार सजाती,
दाने चुन चुन लाती चिड़िया।
सबके मन को भाती चिड़िया।।
सुबह सुबह जल्दी जग जाती,
मीठे स्वर में गाना गाती,
हर दिन सुख बरसाती चिड़िया।
सबके मन को भाती चिड़िया।।
कभी नहीं वह आलस करती,
मेहनत से वह कभी न डरती,
रोज काम पर जाती चिड़िया।
सबके मन को भाती चिड़िया।।
हँसना, गाना कभी न भूलो,
साहस हो तो नभ को छूलो,
सबको यह सिखलाती चिड़िया।
सबके मन को भाती चिड़िया।।
- त्रिलोक सिंह ठकुरेला
ये भी पढ़ें; Trilok Singh Thakurela Biography in Hindi : त्रिलोक सिंह ठकुरेला का व्यक्तित्व एवं कृतित्व
Poem on Sparrow in Hindi, World Sparrow Day 2024, Chidiya Poem in Hindi, Trilok Singh Thakurela Poetry, Hindi Kavita, Kavita Kosh, Hindi Bal Kavitayen...