हिंदी बाल कविता: पेड़ है बच्चों

Dr. Mulla Adam Ali
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Poem on Tree in Hindi: Mohd. Zamil Ki Bal Kavita - Ped Hain Bachhon

Poem on Tree in Hindi

Hindi Bal Kavita: कविता कोश में आज आपके लिए मो- ज़मील की हिंदी बाल कविता "पेड़ है बच्चों", पढ़े और साझा करें।

पेड़ है बच्चों

जिनसे रहती धरा सुहानी

जिनसे होता धरा पे पानी

क्या उनका नाम पता है बच्चों? 

पेड़ है बच्चों, पेड़ है बच्चों। 


अपने हित में कभी न सोचते

धूप में तपकर फल को देते

तूफ़ानों की चोट भी खाकर

एक जगह पर डटकर रहते। 

क्या उनका काम पता है बच्चों? 

पेड़ है बच्चों, पेड़ है बच्चों। 


राह चलते राही को जिनसे

राहों में छाया मिलती

हम मानुष से कभी उन को

कोई भी दया मिलती। 

क्या उनका दाम पता है बच्चों? 

पेड़ है बच्चों, पेड़ है बच्चों। 


अकारण तुम कभी न काटों

इन पेड़ों पर दया दिखाओ

गली-गली में पेड़ लगाकर

इस धरती को स्वर्ग बनाओ। 

यही तो उनका नाम है बच्चों

पेड़ है बच्चों, पेड़ है बच्चों। 

मो- ज़मील
अंधराठाढ़ी, मधुबनी (बिहार)

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