त्रिलोक सिंह ठकुरेला की हिंदी बाल कविता : पढ़ना अच्छा रहता है

Dr. Mulla Adam Ali
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Padhna Acha Rehta Hai Children's Poem by Trilok Singh Thakurela

Padhai Par Hindi Kavita : Trilok Singh Thakurela

पढ़ना अच्छा रहता है / त्रिलोक सिंह ठकुरेला 

गाँव गाँव और नगर नगर।

गली गली और डगर डगर॥

चलो, सभी मिलकर जायें।

मिलकर सबको समझायें॥

अनपढ़ रहना ठीक नहीं।

अनपढ़ की कब पूछ कहीं॥

जो अनपढ़ रह जाता है।

जीवन भर पछताता है॥

लड़का हो या लड़की हो।

चलो, सिखायें सब ही को॥

हर कोई यह कहता है।

पढ़ना अच्छा रहता है॥

बिना-पढ़ा पछताता है।

पढ़ा-लिखा सुख पाता है॥

मिलकर विद्यालय जायें।

पढ़ लिख कर सब सुख पायें॥

- त्रिलोक सिंह ठकुरेला

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