Paryavaran Diwas Par Kavita 2025 : पर्यावरण दिवस कविता बूढ़े बाबा के पेड़
Hindi Poem on World Environment Day 2025 : 5 जून 2025 विश्व पर्यावरण दिवस और 26 सितंबर विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने के लिए मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस और विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस पर कविता कोश में कुनाल मीना की कविता "बूढ़े बाबा के पेड़", पढ़े और शेयर करें।
बूढ़े बाबा के पेड़
जब हुआ बटवारा खेतों का
तब से बाबा पलभर ना सोते है।
बच्चों के तरह पाला जिन्हें,
उन पेड़ों से लिपटकर रोते हैं।
बोकर बीज धरा के गर्भ में
रात-दिन की थी रखवाली।
पत्ता गिरने पर ही सहम जाते थे
पर बच्चों ने तो तोड़ दी डाली ।
खेतों को उजाड़कर बच्चे
वहां बिल्डिंग, होटल बनायेंगे।
लूट के मेरी हरी - भरी दौलत
खुद अपना धन कमाएंगे।
सुनो ऐ! मेरे प्यारे बच्चों
अपने बूढे बाबा की पुकार।
छोड़ो अपना स्वार्थ और लालच
बचा लो अपनी धरा, संसार।
- कुनाल मीना
दौसा, राजस्थान
पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं
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