Poem on World Environment Day in Hindi : Vishva paryavaran Divas poem in Hindi
जंगल मत काटो भाई
शेर हाथी भालू हिरन जेबरा
सबसे हाथ जोड़कर बोले।
जंगल मत काटो भाई
जान हमारी चाहें ले ले।
कहां रहेंगे हम बताओ
जंगल जब काट डालोगे।
हमें मार कर तुम
जंगल का विनाश कर डालोगे।
हम जानवरों पर तुमको
बतलाओ दया कब आएगा।
मेरा जंगल काट काट कर
तुमको क्या मिल जाएगा।
अगर हमारा जंगल नहीं रहेगा
तो हम सब कहां रहेंगे।
सोच कर तुम बतलाओ
फिर हम क्या करेंगे।
सुन जानवरों की बातें
जंगल काटने वालों को दया आई।
फेंक कुल्हाड़ी नदी में बोले
अब जंगल नहीं काटेंगे भाई।
सुनकर पेड़ काटने वालों की बात
सभी जानवर दिए बधाई।
पर्यावरण की रक्षा करना
हम सब का कर्तव्य है भाई।
- बद्री प्रसाद वर्मा अनजान
अध्यक्ष स्वर्गीय मीनु रेडियो श्रोता क्लब
गल्ला मंडी गोला बाजार - 273408 गोरखपुर (उ.प्र)
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