Pyase Pakshi Bal Kavita in Hindi
Hindi Children's Poem: कविता कोश में आज आपके लिए अशोक श्रीवास्तव "कुमुद" की नवीन काव्य संग्रह "चंचल चुनमुन" से बच्चों के लिए रचना "प्यासे पक्षी", पढ़े और शेयर करें।
प्यासे पक्षी
सूरज ने जब ली अँगड़ाई,
झुलसी धरती गर्मी आई,
गर्म हवा के चले थपेड़े,
व्याकुल हो दुनिया अकुलाई।
सूखे ताल तलैय्या दरिया,
पानी ढूंढे प्यासी चिड़िया,
पक्षी प्यासे कहीं न तड़पें,
प्यास बुझाने का हो जरिया।
प्यास बुझाना मसला भारी,
जीव बचें सब जिम्मेदारी,
खुली जगह पर पानी रख्खो,
बच्चों काम करो हितकारी।
- अशोक श्रीवास्तव "कुमुद"
राजरूपपुर, प्रयागराज
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