Children's Poem on Village in Hindi : Gaon Par Bal Kavita
गाँव के विषय पर बेहतरीन बाल कविता : गठरी में गाँव हिंदी बाल कविता, डॉ. फहीम अहमद की बाल कविता गांव के विषय पर "गठरी में गाँव", Poem on Gaon in Hindi, Faheem Ahmad Ki Kavita Gathari Mein Gaon, Bal Kavita Gaon in Hindi...
Gaon Par Kavita
गठरी में गाँव
मौसी आई शहर हमारे
भर लाई गठरी में गाँव।
बाँट रहीं प्यारी सौगातें
खोल निराली गठरी से।
पास बुलाते तिल के लड्डू
खुशबू आती मठरी से।
मौसी देतीं हमे प्रेम से
खाते हैं हम लेकर चाव।
मूँगफली की खस्ता पपड़ी
संग मलाई मट्ठा जी।
मौसी जी ने इतनी चीजें
कर दीं यहाँ इकट्ठा जी।
मनमोहक चीजें है सारी
पहले किसका करें चुनाव।
सत्तू और अमावट के संग
पुड़िया गुड़ की पट्टी की।
शकरकंद में लिपटी आई
खुशबू प्यारी मिट्टी की।
दातुन की छोटी डंडी में
भरी नीम की ठंडी छाँव।
- फहीम अहमद
असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी, एमजीएम कॉलेज,
संभल, उत्तर प्रदेश
ये भी पढ़ें; गाँव के विषय पर बेहतरीन कविता : मेरा गाँव मुझे लौटा दो