Munshi Premchand Quotes in Hindi : मुंशी प्रेमचंद के जन्मदिन पर पढ़ें, उनके ये अनमोल वचन
आज है प्रेमचंद की जयंती : मुंशी प्रेमचंद - एक लेखक का नहीं बल्कि एक साधना का नाम है
Munshi Premchand Jayanti 2024 : आम आदमी के साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद का जन्म एक गरीब परिवार में वाराणसी के समीप 31 जुलाई 1880 को लमही गांव में हुआ। उनका बचपन का नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, प्रेमचंद अपने नाम के आगे कभी मुंशी नहीं लिखा, लेकिन प्रेमचंद जी ने शुरुआती जीवन में अध्यापक के रूप में रहे हैं, अध्यापकों को प्राय: उस समय मुंशी जी कहा जाता था, मुंशी शब्द सम्मान सूचक है इस तरह प्रेमचंद जी के नाम आगे मुंशी शब्द जुड़कर मुंशी प्रेमचंद नाम रूढ़ हो गया। यथार्थवादी रचनाकार मुंशी प्रेमचंद उर्दू और हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे। नवाब राय के नाम से उर्दू में लिखते थे। मुंशी प्रेमचंद साहित्यकार ही नहीं बल्कि पत्रकार भी थे, उन्होंने 1930 में पत्रिका हंस का प्रकाशन शुरुआत बनारस से किया। अमर रचनाकार उपन्यास सम्राट प्रेमचंद ने लगभग एक दर्जन उपन्यास और तीन सौ से अधिक कहानियां लिख चुके हैं। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कहानियां "मानसरोवर" नाम से आठ खंडों में संकलित हैं। हिन्दी साहित्य में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले लेखक मुंशी प्रेमचंद ही है। नवाब राय का कहानी संग्रह सोज़े-वतन को अंग्रेज़ सरकार ने जब्त कर लिया था और प्रेमचंद को भविष्य में लेखन न करने की चेतावनी दी। सोज़े-वतन जब्त के बाद ही नवाब राय नाम बदलकर प्रेमचंद नाम से लिखना पड़ा।
31 जुलाई 2024 बुधवार को मुंशी प्रेमचंद जयंती पर उनके प्रेरक विचार और कथन इस आर्टिकल में दिए गए हैं। कलम के सिपाई मुंशी प्रेमचंद जयंती पर उनके कोट्स हिंदी में पढ़े और अपने दोस्तों को शेयर करें। कलम का जादूगर प्रेमचंद जन्मदिन पर विशेष प्रेमचंद के उद्धरण हिंदी में आपके लिए लेकर आए हैं। हिंदी साहित्य के इतिहास में महान कथाकार और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद जी ने गबन, निर्मला, सेवासदन, रंगभूमि, कर्मभूमि, कायाकल्प, प्रतिज्ञा गोदान उपन्यास लिखे हैं। इनका उपन्यास गोदान आज भी प्रासंगिक है। होरी एक किसान पात्र भारतीय कृषक जीवन का महागाथा प्रस्तुत करता है। किसानी जीवन का दस्तावेज गोदान उपन्यास है। मुंशी प्रेमचंद का निधन 8 अक्टूबर 1936 को हुआ।
31 जुलाई प्रेमचंद जयंती विशेष : मुंशी प्रेमचंद के अनमोल विचार : Munshi Premchand Quotes
प्रेमचंद के अनमोल सुविचार : प्रेमचंद कहते हैं कि अहंकार आदमी का सबसे बड़ा शत्रु है। अहंकार स्वयं को श्रेष्ठ और दूसरों कम मानने की भावना है। इंसान अहंकार मुक्त होकर जीना चाहिए, अहंकार व्यक्ति कभी दूसरों का सम्मान नहीं करता और स्वयं का सबसे बड़ा शत्रु भी अहंकार ही है।
Premchand Quotes in Hindi : प्रेमचंद जिस दिन नहीं लिखते उस दिन उन्हे रोटी खाने का अधिकार नहीं मानते हैं। क्योंकि इंसान को कुछ काम किए बिना रोटी पाने का अधिकार नहीं है यही प्रेमचंद का कहना है।
प्रेमचंद के प्रेरणादायक अनमोल विचार : प्रेमचंद का कहना है कि जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए, खाने और सोने का नाम जीवन नहीं है। इंसान हमेशा कुछ न कुछ काम करते रहना चाहिए, लेकिन वह आराम कर अपना जीवन व्यर्थ कर रहा है, मेहनत ही सफलता की कुंजी है। जीवन में आगे बढ़ना है तो वह मेहनत का रास्ता चुनना चाहिए। Munshi Premchand Motivational Quotes In Hind
जयंती विशेष मुंशी प्रेमचंद कोट्स : प्रेमचंद ने इस कथन में यह बताते हैं कि सम्मान क्या है.? सम्मान वो होता है अपने काम से मिलता है, काम से मिलने वाला सम्मान या पहचान ही असली है, दौलत से मिलने वाला सम्मान उस व्यक्ति का नहीं दौलत का होता है। Munshi Premchand Quotes
प्रेमचंद के उद्धरण : प्रेमचंद ने इस कोट्स में कहते हैं कि जो व्यक्ति कर्तव्य पथ पर बिना रुके चलता है उसी को सौभाग्य प्राप्त होता है। कर्तव्य पथ में बाधाओं से डरकर अपने कर्तव्य से पलायन करने वाले को सौभाग्य कभी प्राप्त नहीं हो सकता। Quotes by Munshi Premchand
मुंशी प्रेमचंद के जीवनोपयोगी अनमोल विचार व कथन : प्रेमचंद ने इस उद्धरण में विजयी व्यक्ति और पराजयी व्यक्ति के बीच अंतर को बताते हुए कहते हैं कि स्वभाव से विजयी व्यक्ति बहुर्मुखी और पराजयी अंतर्मुखी होते हैं। मतलब विजय इंसान को बहुर्मुखी और पराजयी अंतर्मुखी बनाती है। Premchand Ke Suvichar
मुंशी प्रेमचंद सर्वश्रेष्ठ विचार : मुंशी प्रेमचंद सबसे पहला धर्म आत्मसम्मान को मानते हैं। आत्मसम्मान की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है। सेल्फ रिस्पेक्ट ही इंसान के लिए महत्वपूर्ण है धन, दौलत से बढ़कर। Self Respect Quotes by Premchand
प्रेमचंद के अनमोल विचार : प्रेमचंद की वो बातें जो हमेशा जीवन में नई रौशनी भरती हैं प्रेमचंद का कहना है कि सफलता इंसान की किए हुए सारे दोषों को मिटा देती है। सफल व्यक्ति के दोषों पर कोई भी ध्यान नहीं देता। सफलता मिलने पर सारी गलतियां माफ़ की जाती है क्योंकि सफलता में दोषों को मिटाने की विलक्षण शक्ति है। Kalam Ke Jadugar Premchand Quotes Hindi
मुंशी प्रेमचंद जयंती विशेष 2024 : अन्याय के खिलाफ आवाज न उठाकर चुप रहना अन्याय करने के बराबर है। प्रेमचंद कहते हैं कि जब हमारे सामने अन्याय हो रहा है तो हम उस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए, चुप रहना मतलब अन्याय का साथ देना या अन्याय करने के समान है। Premchand Jayanti Special Hindi Quotes
Hindi Quotes by Munshi Premchand : यश या सम्मान हमें त्याग से मिलता है, जो धोखा देकर यश प्राप्त करते हैं वह यश सार्थक नहीं है। प्रेमचंद के अनमोल वचन।
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