रेलगाड़ी हिन्दी की : Rail Gaadi Hindi Ki

Dr. Mulla Adam Ali
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Poem on Hindi : Rail gaadi Hindi Ki

Poem on Hindi Rail gaadi Hindi Ki

रेलगाड़ी हिन्दी की : Rail gaadi Hindi Ki Kavita

चल पड़ी हिन्दी रेलगाड़ी

जामुन आम अनारस कटहल

या मांगो बनारसी साड़ी

पूरी की हर मांग हमारी।


चल पड़ी हिन्दी रेलगाड़ी

नदी, पहाड़, जंगल पार जाती

बारिश, धूप तूफान भी झेलती

कुट-पुट- बुट से है घबराती

बट को बराबर बुट कह देती॥


चल पड़ी हिन्दी रेलगाड़ी-

कान उमेठे अंग्रेजी?

परेशान है बेचारी

लड़ न पाती, सीधी सादी हिन्दी हमारी-

पूरी करे सब मांग हमारी।


मुन्नी ने मांग कर ली हिन्दी से

परहेज छोड़ो पुलिस, लाठी-यूध से-

उन्हें क्यों पुरुष का दरजा न देती

अगर तुम हो हिन्दी भोली भाली

पूरी करो ये मांग हमारी

चल पड़ी हिन्दी रेलगाड़ी॥

- जलज भादुड़ी

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