Some couplets based on his characters on Premchand 144th Jayanti : Hindi Dohe
Munshi Premchand Jayanti 2024 : दोस्तो, प्रेमचंद जयंती पर उनके पात्रों पर आधारित बारह दोहे, आज 31 जुलाई 2024 मुंशी प्रेमचंद की 144 वीं जयंती है, उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जयंती पर उनके पत्रों पर आधारित हिंदी दोहे। राजेन्द्र वर्मा के दोहे। Hindi Dohe Premchand Jayanti Par Dohe...
प्रेमचंद जयंती विशेष : उनके पात्रों पर आधारित कुछ दोहे
1
पत्थर के सब देवता, पत्थर ही के लोग।
दुखिया को रोटी नहीं, ठाकुरजी को भोग।।
2
गाँधी की टोपी चखे, सिंहासन का स्वाद।
घीसू-माधो से हुई मधुशाला आबाद।।
3
सवा सेर गेहूँ लिया, किया अतिथि सत्कार।
जीवन-भर चुकता किया, फिर भी चढ़ा उधार।।
4
साधनहीनों पर लगी, मौसम की भी घात।
गले लिपटकर श्वान के, हल्कू काटे रात।।
5
बेटों ने दावत रखी, रखा सभी का ध्यान।
बूढ़ी काकी ढूँढती, जूठन में पकवान।।
6
जब से भगवे रंग ने, चले चुनावी दाँव।
अलगू-जुम्मन में ठनी, देखे सारा गाँव।।
7
मेला उजड़ा ईद का, होने को है शाम।
हामिद चिमटे का मगर, चुका न पाये दाम।।
8
जब से ट्रैक्टर आ गया, झूरी के भी द्वार।
हीरा-मोती की कथा, लगती है बेकार।।
9
असमय बूढ़े हो गये, होरी जैसे लोग।
दिल्ली सोचे, किस तरह, हो उनका उपयोग।।
10
फसलें भी करने लगीं, होरी से तक़रार।
घर वे जा सकती नहीं, जब तक चढ़ा उधार।।
11
धनिया गोबर को जने, रानी राजकुमार।
संविधान गाता फिरे, समता का अधिकार।।
12
धनिया बेबस देखती, होरी तजता प्रान।
पथ्य और औषधि नहीं, होता है गोदान।।
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