Wah Bhai Wah Hindi Bal Kavita : बाल कविता वाह भई वाह

Dr. Mulla Adam Ali
0

Wah Bhai Wah Hindi Bal Kavita : Children's Poem in Hindi

Wah Bhai Wah Hindi Bal Kavita

बाल कविता वाह, भई! वाह! : बच्चों के मजेदार हिन्दी बाल कविता वाह भाई वाह। फहीम अहमद की हिंदी बाल कविताएँ बच्चों के लिए रचना। Dr. Faheem Ahmad Children's Poetry in Hindi, Wah Bhai Wah Kavita Hindi, Poem Wah Bhai Wah in Hindi.

Wah Bhai Wah Hindi Bal Kavita : हिंदी कविता वाह, भई! वाह!

वाह, भई! वाह!

पिंजरे से तोता चिल्लाया

रजिया दौड़ी आई।

देखा बिल्ली पिंजरे से

करती है हाथापाई ।


आँख दिखाई बिल्ली को जब

तो डरकर वह भाग गई।

वाह, वाह, भई ! वाह, भई !


आग लगी जब कमरे में तो,

शन्नो फौरन जागी।

दो छोटी बहनों को गोदी

लेकर बाहर भागी।


उसके लाजवाब साहस पर

मिले उसे इनाम कई।

वाह, वाह, भई ! वाह, भई !


बारह बजे रात को घर घुस

आए चार उचक्के।

शोर मचाया मुनिया ने तो

भागे, छूटे छक्के।


पापा ने खुश हो मुनिया को

लाकर दी साइकिल नई।

वाह वाह, भई ! वाह, भई !


- डॉ. फहीम अहमद

असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी, एमजीएम कॉलेज,

संभल, उत्तर प्रदेश

ये भी पढ़ें; Hindi Kavita Ek Minute : Best Poem in Hindi | बाल कविता एक मिनट

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top