बाल साहित्य क्या है और अच्छे बाल साहित्य की विशेषताएं : Children's Literature

Dr. Mulla Adam Ali
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What is Children's Literature? What are its characteristics?

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बाल साहित्य क्या है और अच्छे बाल साहित्य की विशेषताएं

इस आर्टिकल में बाल साहित्य और अच्छे बाल साहित्य की विशेषताओं को बताया गया है। बाल साहित्य 10 विशेषताओं को इस लेख में चित्र सहित साझा कर रहे हैं। आप बाल साहित्य के इन विशेषताओं को पढ़े और बाल साहित्य से संबंधित इस महत्त्वपूर्ण जानकारी को अपने दोस्तों से व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर शेयर करें।

बाल साहित्य क्या है : बाल साहित्य वह साहित्य है जिसमें बच्चों के मानसिक स्तर को ध्यान में रखकर लिखा जाता है। बाल साहित्य में मुख्य रूप से बच्चों के लिए रोचक जानकारी देनेवाले कहानियाँ और कविताएँ प्रमुख हैं। हिन्दी बाल साहित्य में पंचतंत्र की कथाएँ प्रमुख स्त्रोत है और हिंदी में बाल साहित्य बहुत समृद्ध है। बाल साहित्य में बाल कहानियाँ, बाल कविताएँ, बाल गीत आदि प्रमुख हैं जो बच्चों के लिए रोचक और ज्ञानवर्धक हो।

बाल साहित्य का महत्व : बाल साहित्य वह विधा है जिससे हम बच्चों को खेल खेल में बहुत कुछ सिखा सकते हैं और उनकी भाषा को संवार सकते हैं। बाल साहित्य बच्चों के मानसिक और बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने में सहायक सामग्री है।

बाल साहित्य के मुख्य उद्देश्य : बाल साहित्य का मुख्य उद्देश्य बच्चों को मनोरंजन करना ही नहीं मनोरंजन के साथ उनका चरित्र निर्माण करना भी है। कल के नागरिक आज के बालक ही है, बचपन में उनको जिस तरह की शिक्षा प्रदान करेंगे उसी के अनुरूप उनका चरित्र निर्माण होगा। इसलिए बचपन में अच्छे संस्कार, नैतिकता आदि को बाल साहित्य के सहारे बच्चों में मूल्यों का निर्माण कर सकते हैं। बच्चों में अच्छे चरित्र का निर्माण करना ही बाल साहित्य का मुख्य उद्देश्य है।

बाल साहित्य कितने प्रकार या बाल साहित्य की विधाएं : बाल साहित्य में अनेक प्रकार के विधाएं है जैसे : कविता, कहानी, जीवनी, निबंध, नाटक, गीत, उपन्यास, यात्रा वृत्तांत आसीन। बाल साहित्य में मुख्य रूप कहानी और कविता प्रमुख विद्याएं है जो बच्चों को आसान से समझ में आए।

बाल साहित्य की विशेषताएं : Children's Literature Characteristics

बाल साहित्य की विशेषताएं : मुख्य रूप से बाल साहित्य कहानी एवं कविता के रूप में होना चाहिए। बाल कहानी वह विधान है जो बच्चों को आसान से समझ में आती है। कहानी के माध्यम से हम बच्चों को ज्ञान प्राप्त करा सकते हैं वैसे ही बाल कविता की सहायता से बच्चों में मूल्यों का विकास किया जा सकता है। बाल कहानी और बाल कविता बच्चों के लिए मनोरंजक और शिक्षाप्रद भी है। बच्चे बाल कहानी और बाल कविता पढ़ने में रुचि रखते हैं। Bal Sahitya Ki Visheshata

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अच्छे बाल साहित्य की विशेषताएं : बाल साहित्य लिखते समय यह ध्यान में रखना चाहिए कि बाल साहित्य के शब्द बड़े और साफ, स्पष्ट होना चाहिए। छोटे-छोटे अक्षरों में बाल साहित्य नहीं लिखना चाहिए। बच्चों के मानसिक और बौद्धिक स्तर को ध्यान में रखते हुए बड़े-बड़े अक्षरों में बाल साहित्य लिखा जाना चाहिए। छोटे अक्षरों में लिखने से बच्चा पढ़ने में रुचि नहीं दिखता। Children's Literature in Hindi

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Children's Literature Characteristics : बाल साहित्य लिखते समय इस विषय को ध्यान में रखकर लिखना चाहिए कि बच्चों में बाल साहित्य के शब्द और वाक्यों से उनमें जिज्ञासा और रुचि तथा अभिलाषा उत्पन्न हो। बाल साहित्य का उद्देश्य बच्चों में रुचि, जिज्ञासा तथा अभिलाषा उत्पन्न करें वह सार्थक बाल साहित्य माना जाता है। Children's Literature 

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Children's Literature or Juvenile Literature : अच्छे बाल साहित्य की विशेषताओं में बाल साहित्य में लिखे जाने वाले शब्द बच्चों के आयु के अनुसार होना चाहिए। बाल साहित्य बच्चों के आयु को ध्यान में रखकर लिखा जाना चाहिए। बच्चों मानसिक और बौद्धिक स्तर को ध्यान में रखकर लिखा जाने वाला बाल साहित्य श्रेष्ठ और सार्थक माना जाता है। Kid's Literature in Hindi

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बाल साहित्य इन हिंदी : बाल साहित्य की किताबों के पन्ने बच्चों के मानसिक स्तर के आधार पर रंगीन और आकर्षक होना चाहिए। रंगीन और आकर्षक पन्नों के किताबें बच्चों को पसंद आएंगे और बच्चे उन किताबों को पढ़ने में रुचि दिखाएंगे। बाल साहित्य में कहानियां और कविताएं रंगीन अक्षरों में होना और साथ में चित्रों का उपयोग करने से बच्चे पढ़ने में रुचि रखते हैं। Children's Books in Hindi

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Bal Sahitya : बाल साहित्य लिखते समय इस विषय को ध्यान में रखना चाहिए कि बाल साहित्य में कहानी और कविता के पात्र बालक ही होना चाहिए। बाल साहित्य में बच्चों के पात्र होने पर बच्चे में जिज्ञासा और रुचि बढ़ेगी। बाल साहित्य में बाल पात्र जैसे ध्रुव, श्रवण कुमार, अभिमन्यु इत्यादि।

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अच्छे बाल साहित्य के गुण : बाल साहित्य ज्यादा लंबा न होकर छोटा और सारगर्भित होना जरूरी है। बाल साहित्य छोटा होने पर बच्चा आसान से उसे समझ सकता है। बाल साहित्य छोटा हो और सारगर्भित, शिक्षाप्रद भी हो। Bal Kavita In Hindi

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बाल साहित्य के लक्षण : अच्छा बाल साहित्य वह है जो बच्चों में मूल्यों का निर्माण करें और उनको नैतिक शिक्षा प्रदान करें। इसलिए बाल साहित्य नैतिक आधार पर लिखा जाना चाहिए। Bal Geet in Hindi

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बाल साहित्य | बाल कहानियां | बाल कविताएं : उत्तम बाल साहित्य वह है जो वैज्ञानिक तथ्य और अन्वेषण पर आधारित है। जो बाल साहित्य वैज्ञानिक तथ्य और अन्वेषण पर आधारित होता है वह उत्तम और सार्थक बाल साहित्य कहलाता है। Children's Hindi Literature

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Children's Hindi Literature : बाल साहित्य का आधार कहानी, संवाद, कविता, जीवनी, एकांकी की विधा पर आधार है वह उत्तम बाल साहित्य माना जाता है। कहानी और कविता उत्तम बाल साहित्य के विधा है। Bal Kahani aur Bal Kavita

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इस लेख में बाल साहित्य क्या है और अच्छे बाल साहित्य की विशेषताओं के बारे में स्पष्ट रूप से बताया गया है। बाल साहित्य का अर्थ और परिभाषा, बाल साहित्य का उद्देश्य, बाल साहित्य का विकास, बाल साहित्य के गुण और लक्षण, बाल साहित्य का बच्चों पर प्रभाव आदि विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई है। आप बाल साहित्य पर आलेख पढ़े और दोस्तों, व्हाट्सएप समूहों में साझा करें। धन्यवाद।

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