Essay On Online Education In Hindi : Online Shiksha Ka Mahatva Par Nibandh
ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध : Essay On Importance of Online Education In Hindi
नमस्कार मित्रों डॉ. मुल्ला आदम अली हिंदी भाषा और साहित्यिक ब्लॉग पर आपका स्वागत हैं, आज हम ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध (Essay On Online Education In Hindi) छात्रों ले लिए हिंदी निबंध, स्पीक, हिंदी एस्से, प्रेराग्राप लेकर आए हैं। ऑनलाइन एजुकेशन क्या है, ऑनलाइन शिक्षा की संभावनाएं व चुनौतियां, ऑनलाइन शिक्षा भारत के लिए वरदान है या अभिशाप, ऑनलाइन एजुकेशन से लाभ और हानि आदि के बारे में इस निबंध में हम संपूर्ण अध्ययन करने की कोशिश करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं ऑनलाइन शिक्षा पर हिंदी में निबंध लेखन। Online Shiksha Par Nabandh in Hindi...
Online Learning : प्रस्तावना
सरल अर्थ में कहे तो इंटरनेट आधारित शिक्षा व्यवस्था को ऑनलाइन स्टडी कहते हैं। कोरोना के चलते सरकार ने लॉकडाउन में समस्त स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय आदि सभी शिक्षण संस्थाओं को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया था। भारत समेत अनेक देशों में कोरोना लॉकडाउन में ऑनलाइन एजुकेशन को प्रोत्साहन दिया गया।
ऑनलाइन एजुकेशन एक ऐसी शिक्षण प्रक्रिया है जिसमें छात्र इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर द्वारा शिक्षा का ग्रहण करते हैं। ऑनलाइन शिक्षा घर बैठे देश, विदेशों कही से भी पढ़ सकते हैं या पढ़ाया जा सकता हैं। ऑनलाइन एजुकेशन में छात्र इंटरनेट और कंप्यूटर के माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर सकता है।
ऑनलाइन एजुकेशन द्वारा एक फायदा यह है कि समय और धन दोनों की बचत हो सकती है। ऑनलाइन शिक्षा से हमें अहसास होता है कि ऑफलाइन एजुकेशन में पढ़ रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षा से एक लाभ यह भी है कि अपनी क्लासों को दोबारा पढ़ सकते हैं और सुन सकते हैं, यह संभावना ऑफलाइन एजुकेशन में नहीं होती है।
आज तकनीकी ज्ञान या टेक्नोलॉजी के चलते देश के कोने कोने तक इंटरनेट पहुंच चुकी है। हर घर में मोबाइल, कंप्यूटर जैसे उपकरण उपलब्ध है आज प्रत्येक व्यक्ति और छोटा बच्चा तक इंटरनेट का इस्तेमाल करना जानता है। ऑनलाइन एजुकेशन लोकप्रिय बनने का यह भी एक कारण है। ऑनलाइन शिक्षा से छात्र घर बैठे देश, विदेशों के शिक्षकों से संवाद स्थापित कर शिक्षा प्राप्त सकते हैं।
ऑनलाइन एजुकेशन की परिकल्पना कई सालों से विभिन्न प्लेटफार्म के जरिए दी जा रही है, यह कोई नई बात नहीं है। पहले ऑनलाइन शिक्षा को उतना गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था लेकिन कोविड-19 के चलते ऑनलाइन एजुकेशन का महत्व बढ़ते जा रहा है। लॉकडाउन में ऑनलाइन शिक्षा का उपयोग तेजी से बढ़ा और स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय न जा सकने वाले छात्र अपनी पढ़ाई को वर्चुअल रूप से ऑनलाइन द्वारा जारी रख सके। ऑनलाइन एजुकेशन न होता तो लॉकडाउन में छात्रों की पढ़ाई बीच में छूट जाती।
What is Online Education in Hindi : ऑनलाइन शिक्षा का क्या मतलब है
ऑनलाइन शिक्षा क्या है : सरल अर्थ में कहे तो इंटरनेट आधारित शिक्षा व्यवस्था को ऑनलाइन एजुकेशन कहते हैं। ऑनलाइन शिक्षा से विद्यार्थी अपने घर बैठे ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर सकता है। ऑनलाइन एजुकेशन के लिए इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (कंप्यूटर, लैपटाप, स्मार्ट फोन या टैबलेट) की जरूरत है।
ऑनलाइन एजुकेशन की इस नई शिक्षा प्रणाली में छात्र कही से भी शिक्षा प्राप्त कर सकता है। ऑनलाइन शिक्षा द्वारा समय और धन की बचत होती है। ऑनलाइन एजुकेशन में एक सुविधा यह भी है कि अगर विद्यार्थी समय पर लेक्चर नहीं सुन सका तो रिकॉर्डिंग लेक्चर की मदद से वह फिर से क्लास सुनकर पढ़ाई कर सकते हैं।
महामारी के चलते ऑनलाइन शिक्षा का महत्व बढ़ते जा रहा है। डिजिटल शिक्षा की लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ते जा रही है। डिजिटल एजुकेशन लोकप्रिय बनने में शिक्षकों और सरकार का महत्वपूर्ण योगदान है। लॉकडाउन जैसे विपरीत परिस्थितियों में कई शिक्षण संस्थाओं ने वर्चुअल रूप में शिक्षण गतिविधियों को प्रत्येक छात्र तक पहुंचाना शुरू किया है। ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली से छात्र को विद्यालय गए बिना घर बैठे शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिला है। स्मार्ट प्रोजेक्ट के दौरान राजस्थान सरकार ने स्कूली बच्चों को रोजाना स्टडी मैटेरियल, ऑडियो, वीडियो आदि व्हाट्सएप के जरिए पहुंचाया है।
ऑनलाइन एजुकेशन जैसे नई पहल से लॉकडाउन जैसे विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा व्यवस्था बाधित होने के बजाय ऑनलाइन शिक्षा के कारण आसान हुई है। ऑनलाइन एजुकेशन लोकप्रियता के कई कारण हैं इसका संचालन करना आसान है और हर व्यक्ति आसानी से इसका लाभ उठा सकता है। आजकल नर्सरी से लेकर विश्वविद्यालों तक ऑनलाइन क्लासेज चल रही है छात्र छात्राओं ने बड़ी रुचि से इसमें भाग ले रहे हैं।
ऑनलाइन एजुकेशन प्राप्त करने के लिए अच्छे इंटरनेट की जरूरत होती है, कंप्यूटर, लैपटाप, स्मार्ट फोन से बच्चे वीडियो, ऑडियो, वेब कंटेंट सुन और देख सकते हैं।
Online Education Challenges And Opportunities In Hindi : ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली में कठिनाइयां और संभावनाएं
ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली में कठिनाइयां और संभावनाएं : अभी ऑनलाइन एजुकेशन भारत जैसे देश में आरंभिक अवस्था में है। लॉकडाउन के बाद ही ऑनलाइन शिक्षा की आवश्यकता बढ़ी है, ऑनलाइन शिक्षा को पूरी तरह से अमल में लाना अभी संभव नहीं है इसका एक कारण यह भी है कि इंटरनेट की उपलब्धता तीव्र गति से न होना। भारत में आज भी कई प्रांतों में इंटरनेट नहीं पहुंची है या पहुंचने पर भी उसकी स्पीड तीव्र गति से नहीं है। ऑनलाइन एजुकेशन में एक समय यह है कि सभी के पास कंप्यूटर, लैपटाप या स्मार्ट फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न होना। ऑनलाइन शिक्षा को धीरे धीरे इसको अमल किया जाना चाहिए क्योंकि निम्न, माध्यम परिवारों के बच्चों के लिए स्मार्ट फोन जैसे सुविधाएं प्रदान नहीं होते, गरीबी के कारण ऑनलाइन शिक्षा का निर्वाहन करना कुछ परिवारों के लिए संभव नहीं है।
ऑनलाइन एजुकेशन में एक बाधा यह है कि सभी शिक्षक तकनीकी से जुड़े न होना, परम्परागत अध्यापक ऑनलाइन एजुकेशन के जरिए शिक्षा देने से हिचकिचाते हैं क्योंकि तकनीक से सक्षम ज्ञान न होने के कारण।
ऑनलाइन एजुकेशन का एक महत्व है कि दूरस्थ शिक्षा की संस्थाएं भी हर गांव तक, हर छात्र तक आसानी से दूरियां मिटाकर शिक्षा को दे सकती है। मतलब छात्र घर बैठे किसी भी शिक्षण संस्था से शिक्षा का ग्रहण कर सकता है।
Online Education Advantages And Disadvantages : ऑनलाइन शिक्षा के फायदे व नुकसान
ऑनलाइन शिक्षा के लाभ : ऑनलाइन एजुकेशन से कई लाभ भी है और नुकसान भी। ऑनलाइन शिक्षा वरदान भी है और अभिशाप भी। आइए जानते हैं ऑनलाइन शिक्षा से क्या फायदे हैं और क्या नुकसान है। डिजिटल एजुकेशन जैसे नवीन पद्धतियों के फायदे क्या है समझने का प्रयास करेंगे।
1. ऑनलाइन पढ़ाई के कई सारे फायदे हैं जैसे घर बैठे विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर सकता है। ऑनलाइन शिक्षा में छात्र अपने घर बैठे शिक्षा जारी रख सकते हैं।
2. ऑनलाइन एजुकेशन में छात्र किसी भी विपरीत परिस्थितियों में जैसे मौसम, विकलांगता, गृहिणी, लॉकडाउन जैसी बाधाओं से उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं होती।
3. नियमित रूप से स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय जाने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। छात्र कही से भी, कभी भी अपने क्लास सुन सकते हैं। ऑनलाइन शिक्षा में समय और खर्च की बचत होगी।
4. ऑनलाइन शिक्षा से औपचारिक शिक्षा से मुक्ति मिलेगी, समय की कोई पाबंदी नहीं होगी, छात्र आधी रात भी अपने क्लास को अटेंड कर सकते हैं।
5. ऑनलाइन शिक्षा का निर्वाहन बहुत कम खर्चे से कर सकते हैं। इसमें ज्यादा शिक्षकों की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्लास को रिकॉर्ड करके बार बार देखा जा सकता है।
6. ऑनलाइन एजुकेशन में डिजिटल डेटा को सुरक्षित किया जा सकता है, छात्र लेक्चर को बार बार सुन सकते और देख सकते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा के हानियाँ : अभी तक आपने ऑनलाइन एजुकेशन के फायदे और महत्व को समझें है अब देखते हैं ऑनलाइन शिक्षा से क्या हानियां है।
ऑनलाइन शिक्षा से कई लाभ है तो दूसरी तरफ इसके कई सारे दुष्परिणाम भी है। तो चलिए जानते हैं ऑनलाइन एजुकेशन के दुष्परिणाम क्या है।
1. सभी बच्चे एक जैसे नहीं होते विविध स्तर पर बच्चों में मानसिक और शारीरिक रूप से विविधता पाई जाती है। स्क्रीन पर पढ़ना या देखन बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है। हार्डकॉपी या लाइव क्लास के तुलना में कंप्यूटर या स्मार्ट फोन के स्क्रीन से पढ़ाई करने से कई सारे मानसिक और शारीरिक समस्याएं जन्म ले सकते हैं। स्क्रीन पर ज्यादा समय तक पढ़ाई करना कठिन कार्य है।
2. ऑनलाइन शिक्षा से होने वाले दुष्परिणामों में पहली समस्या है बच्चों के आंख और रीढ़ में दर्द हो। ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने के कारण बच्चों की दृष्टि कमजोर हो सकती है।
3. ऑनलाइन शिक्षा में सभी विद्यार्थियों से शिक्षक संवाद स्थापित नहीं कर सकता, एक तरफा संवाद अच्छी शिक्षण अधिगम नहीं मानी जाती है।
4. ऑनलाइन शिक्षा में बच्चों की कमजोरियों पर उतना ध्यान नहीं दिया जा सकता।
5. ऑनलाइन शिक्षा में बच्चों के अनुशासन पर नियंत्रण नहीं रख सकते। बच्चा स्वतंत्र होने के कारण उनमें अनुशासन की भावना विकसित नहीं हो सकती।
6. ऑनलाइन शिक्षा के लिए बच्चों को स्मार्ट फोन दिया जाता है तो बच्चा क्या देखता है आदि विषयों पर ध्यान देना असंभव है, अभिभवाओं को मोनिटरिंग करना कठिन हो सकता है।आजकल ऐसा कंटेंट भी इंटरनेट पर उपलब्ध है जो बच्चों को गलत दिशा में ले जा सकता है। इसलिए अभिभावक बच्चों को मोबाइल फोन देने से हिचकिचाते हैं।
The Online Education Essay : ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को सुधारने के उपाय
जब भी किसी नई प्रणाली या पद्धति का उपयोग करते हैं तो उसमें फायदे भी हो सकते और नुकसान भी। हम उस पद्धति में होनेवाले दुष्परिणामों को पहचानकर उससे छुटकारा पाना मुश्किल नहीं है। नकारात्मक बिंदुओं को पहचान सकारात्मक दिशा की ओर अग्रसर होना चाहिए।
आनेवाले दिनों में शिक्षा ऑनलाइन पर ही होगा, बच्चों का भविष्य शिक्षा पर आधार है और देश का भविष्य बच्चों पर। ऑनलाइन शिक्षा में सभी पहलुओं का अध्ययन कर इसके दुष्परिणामों को दूर कर सुधार लाना चाहिए। बच्चों के ऑनलाइन एजुकेशन के प्रति जागरूक कर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना चाहिए। ऑनलाइन शिक्षा में यह बात ध्यान रखना चाहिए कि वह पूरी तरह से उस पर निर्भर न हो। प्रिंट, हार्डकॉपी पुस्तकों को पढ़ने के लिए बच्चों को प्रोत्साहन करना चाहिए।
ऑनलाइन एजुकेशन में आनेवाली समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प लाइन नंबर दिया जाना चाहिए और रोचक तरीके से अध्ययन करने में छात्रों और शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
निष्कर्ष :
ऑनलाइन एजुकेशन के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद अंत में निष्कर्ष के रूप में यह कहा जा सकता हैं कि तनाव रहित होकर बच्चा ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने में हमें प्रेरित करना चाहिए। ऑनलाइन शिक्षा में बच्चों के स्वास्थ पर ध्यान देना आवश्यक है। बच्चों के मानसिक और शारीरिक संबंधित स्वास्थ पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।
ऑनलाइन अध्ययन के लाभ और नुकसान पर निबंध, ऑनलाइन कक्षाओं पर निबंध, क्या ऑनलाइन लर्निंग शिक्षा का भविष्य है पर निबंध हिंदी में, ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध, Essay On Importance of Online Education In Hindi, Online Shiksha Ka Mahatva Par Nibandh, Essay On Is Online Learning the Future Of Education in Hindi, 10 Lines (Online Classes Essay in Hindi, Advantages and Disadvantages of Online Study Essay in Hindi..
ये भी पढ़ें;
✓ Online Games - सरकार द्वारा अभिभावकों और शिक्षकों के लिए निर्देश
✓ बच्चों में मूल्य निर्माण और अभिभावकों के उत्तरदायित्व
✓ शिक्षा पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सुविचार : Quotes On Education In Hindi | Suvichar in Hindi