Dr. Parashuram Shukla Best Poems On Birds In Hindi : Bal Kavita Pakshiyon Par
चिड़िया पर तीन कविता : चिड़िया के विषय पर बेहतरीन कविताएँ 1. चिड़िया रानी 2. चिड़िया रानी गाती है 3. कहाँ गई गौरैया?, बाल साहित्यकार डॉ. परशुराम शुक्ल की बाल कविताएँ गौरियों के विषय पर चिड़िया रानी बाल कविता, चिड़िया रानी गाती है बाल कविता, कहाँ गई गौरैया बाल कविता। गौरैया पर केंद्रित कविताएं, विश्व गौरैया दिवस पर बाल कविताएं, विश्व चिड़िया दिवस पर विशेष कविताएं। Chidiya Poem In Hindi, Poem On Sparrow In Hindi, World Sparrow Day Poems in Hindi...
चिड़ियों पर कविताएँ : Best Poems On Birds In Hindi
गौरैया पर केंद्रित कविताएं : चिड़िया रानी कविता - Chidiya Rani Kavita In Hindi
चिड़िया रानी, चिड़िया रानी,
चीं, चीं शोर मचाती है।
हुआ सवेरा सबसे पहले,
मेरे घर में आती है।।
दादी से यह बातें करती,
जो मिलता सो खाती है।
लेकिन खाने के पहले वह,
नल से रोज नहाती है।।
फुदक-फुदक कर पूरे घर में,
अपना रोब जमाती है।
और पकड़ना चाहो तो वह,
झट फुर से उड़ जाती हैं।।
Poem On Sparrow In Hindi : विश्व गौरैया दिवस पर कविता चिड़िया रानी गाती है - Chidiya Rani Gaati Hai Poem in Hindi
वृक्षों की ऊँची डाली पर,
आँगन की तुलसी पर बैठी,
चींचीं शोर मचाती है।
चिड़िया रानी गाती है॥
कभी फुदकती है खेतों पर,
कभी खेलती है पानी से,
कभी फुर्र उड़ जाती है।
चिड़िया रानी गाती है॥
जहाँ देखती दाने तिनके,
साथ सभी को लेकर पहुँचे,
कुछ खाती कुछ बिखराती है।
चिड़िया रानी गाती है।।
World Sparrow Day Poem in Hindi : कहाँ गई गौरैया कविता - Gauraiya Par Kavita Khan Gai Gauraiya
चुनमुन पूछ रही दादी से,
कहाँ गयीं गौरैया?
घर आँगन, चौके के अन्दर।
चीं चीं करतीं लगतीं सुन्दर।
बरसातों में फुदक-फुदक कर,
करतीं ता-ता भैया।
कहाँ........
कभी कभी घर भीतर आतीं।
आकर अपना नीड़ बनातीं।
तुम कहतीं थी इन्हें देख कर,
खुश हो जाता भैया।
कहाँ..........
दादी बोली भारी मन से
अपनी नन्ही सी चुनमुन से।
वर्षा रूठी जंगल सूखे,
सूखे ताल तलैया।
रूठ गयीं गौरैया।
चुनमुन पूछ रही दादी से,
कहाँ गयीं गौरैया?
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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