Dr. Girirajsharan Agarwal Poetry in Hindi : Geet Vatan Ke Gaate Hai Hum Patriotic Poem in Hindi
देशभक्ति कविता: डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल द्वारा लिखी गई देशभक्ति कविता "गीत वतन के गाते हैं हम", हिंदी देशभक्ति बाल कविताएं, आजादी के गीत हिंदी में कविता "गीत वतन के गाते हैं हम", Deshbhakti Geet in Hindi Geet Vatan Ke Gaate Hai Hum, Patriotic Poems in Hindi, Dr. G. S. Agarwal Ki Kavita in Hindi...
हिन्दी देशभक्ति कविता : Patriotic Poem in Hindi
गीत वतन के गाते हैं हम
गंगा की धारा-सा पावन
भारत माँ का अनुपम आँगन
धर्म ध्वजा फहराने वाला
वृंदावन - सा है जन-जीवन
गूँजी वेद ऋचाएँ इसमें
इसको शीश झुकाते हैं हम
राम-कृष्ण की है ये धरती
मन में बीज प्यार के भरती
संतों, ऋषि-मुनियों की वाणी
मलयानिल-सी यहाँ विचरती
मात-पिता की सेवा करके
जीवन स्वर्ग बनाते हैं हम
नदियाँ, झरने, पर्वत प्यारे
हैं जीवन का का स्रोत हमारे
वन, उपवन मन-मन में भरते
सद्भावों के गीत दुलारे
सबके हित में अपना हित है
ऐसे भाव जगाते हैं हम
- डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल
ये भी पढ़ें; Desh Bhakti Kavita 2023 Poem : वतन के वास्ते | Watan Ke Vaaste