Poem on Mazdoor Diwas in Hindi : Dr. Parashuram Shukla Poetry in Hindi
मजदूर दिवस पर कविता : काल्पनिक जगत को साकार रूप देने वाले मजदूरों के सम्मान में दुनियाभर में हर साल 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। मजदूर दिवस को श्रमिक दिवस, लेबर डे या मई डे के नाम से भी जाना जाता है। मजदूरों और श्रमिकों के सम्मान के साथ साथ उनके अधिकारों पर आवाज उठाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। किसी भी देश के विकास में मजदूरों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, हर एक कार्यक्षेत्र मजदूरों पर निर्भर रहता हैं। मजदूरों की स्थिति सुधारने और समाज में उनको मजबूत बनाने के लिए मजदूर दिवस मनाया जाता है। इस मजदूर दिवस पर मजदूरों और श्रमिकों को समर्पित कविता "मजदूर", मजदूर पर कविता, मजदूर दिवस पर कविता, Poem on Labour Day, Poem on Mazdoor Diwas, Dr. Parashuram Shukla Poetry in Hindi...
Labour Day Poem in Hindi : Mazdoor Diwas Par Kavita
मजदूर
हमारे भारत का मजदूर,
दिनभर करता श्रम बेचारा।
सभी सुख सुविधाओं से दूर,
दिन-हीन किस्मत का मारा॥
धन दौलत वाले लोगों के,
ऊंचे ऊंचे महल बनाता।
और झोंपड़ों में जीवन भर,
अपनी सारी उम्र बिताता॥
बड़ी बड़ी मीलों में जाकर,
दिन भर गाढ़ी मेहनत करता।
जोखिम भरे हुए कामों से,
हिम्मत वाला कभी न डरता।।
कभी चलाता रिक्शा तांगा,
कभी शीश पर बोझा ढोता।
कभी पुलिस के डण्डे खाकर,
हवालात के भीतर रोता॥
बच्चों मजदूरों के मन में,
एक नया विश्वास जगाओ।
इनका जीवन सफल बना कर,
शोषण मुक्त समाज बनाओ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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