लालची दूधवाला हिंदी बाल कहानी : Lalchi Doodhwala Bal Kahani - Greedy Milkman Moral Story in Hindi

Dr. Mulla Adam Ali
0

Lalchi Doodhwala Bal Kahani in Hindi

Lalchi Doodhwala Bal Kahani in Hindi

Greedy Milk Man Moral Story in Hindi : बच्चों के लिए नीतिपरक बाल कहानी "लालची दूध वाला", शिक्षाप्रद कहानियां हिंदी में बच्चों के लिए "दूध वाला ग्वाला", बद्री प्रसाद वर्मा अनजान की बाल कहानी दूध वाला। बाल कहानी इन हिंदी, Moral Story in Hindi, Bal Kahani in Hindi..

बाल कहानी : दूध वाला ग्वाला

मेरे घर रोज सुबह दूध देने वाला ग्वाला दूध देने आ जाता था। और दो लीटर दूध दे कर चला जाता था।

मम्मी रोज उससे कहती तुम दूध में पानी मिला कर मत लाया करो! 

"पर दूध वाला रोज यही कहता मैं कभी भी दूध में पानी मिला कर नहीं लाता हूं। मेरा दूध एक दम खाटी दूध होता है। मेरा दूध जो भी लेता है, वह पानी की कभी शिकायत नहीं करता है। सिर्फ आप ही हमारे दूध में पानी मिलाने की शिकायत करती हैं।

अगर मेरा दूध पानी जैसा लगता है तो कल से दूध लेना बंद कर दीजिए। 

"ठीक है तुम ऐसे नहीं मानोगे कल से तुम हमें दूध मत देना समझे! "

"हां मालकिन आप कह रही हैं तो कल से दूध नहीं लाऊंगा। 

इतना कह कर दूध वाला ग्वाला चला गया।"

दूध वाले के जाते ही मेरी मम्मी 

उन घरों को चल दी जहां जहां ग्वाला दूध देता था।

सरला, रीता, रानू, गीता, सीमा, लवली और मोहनी के घर जा कर मेरी मम्मी ने पूछा क्या आप को दूध वाला ग्वाला खाटी और बिना पानी मिलाया दूध देता है?"

मेरी मम्मी सपना की बात सुनकर सभी महिलाएं कहने लगी दूध वाला ग्वाला तो हमें खाटी दूध के नाम पर पानी मिला दूध देता है। और शिकायत करने पर यही कहता है मैं सबको खाटी और शुद्ध दूध देता हूं, मैं दूध में कभी पानी नहीं मिलाता हूं। 

अगर मेरा दूध पानी मिला लगता है तो आप दूध मत लीजिए। 

दूध वाले ग्वाला की बात सुनकर जी में यही आता है दूध लेना बंद कर दूं मगर यह सोच कर चुप हो जाती हूं कि दूसरा भी दूध वाला पानी मिलाकर दूध लाता है। समझ में नहीं आता है हम कैसे इसकी पानी मिलाकर दूध बेचने की आदत छोड़वाऊं। 

सारी महिलाओं की बात सुनकर मेरी मम्मी सपना बोल पड़ी कल से कोई दूध वाला ग्वाला से दूध नहीं लेगा। और तब तक दूध नहीं लेगा जब तक ग्वाला दूध में पानी मिलाना न बंद कर दे।

"हां, सपना बहन आपने मेरे की बहुत सही बात कही हैं हम कल से दूध वाले ग्वाला से दूध नहीं लेंगे और दूसरे ग्वाला से भी हम दूध नहीं लेगे जब तक यह दूध में पानी मिलाना न बंद कर देंगे।

अगले दिन से पुरी कालोनी की महिलाओं ने दूध वाले ग्वाला से दूध लेना बंद कर दिया।

सारे ग्वाला जहां जहां दूध देते थे वहां वहां उनका दूध किसी महिला ने नहीं लिया।  

सारे दूध बेचने वालों को अपना दूध वापस घर ले जाना पड़ा।   

एक दिन दो दिन तीन दिन और देखते ही देखते एक सप्ताह बीत गया। दूध न बिकने से सारे दूध वाले परेशान हो गए उनके सामने रोजी रोटी भूखमरी की समस्या खड़ी हो गई। 

एक दिन सभी दूध बेचने वालों ने घर घर जा कर कह दिया अब हम कभी दूध में पानी नहीं मिलाएंगे हमारा दूध आप लोग लिया कीजिए। 

दूध वालों की बात सुनकर मेरी मम्मी बोल पड़ी मैं पहले ही कहती थी दूध में पानी मिलाना बंद कर दो पर तुम माने कहां, 

मेरा कहा पहले मान लिया होता तो आज भूखों मरने की नौबत नहीं आती। खैर अब कल से हम सब महिलाएं फिर दूध लेना शुरु कर देंगी। 

मेरी मम्मी सपना की बात सुनकर सभी दूध बेचने वाले खुशी से हंसने लगे।

- बद्री प्रसाद वर्मा अनजान 

गल्ला मंडी गोला बाजार 273408

गोरखपुर उ. प्र.

ये भी पढ़ें; भोला की बहादुरी | हिंदी कहानी | Bhola Ki Bahaduri

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top