Children's Poem on Jalebi : Poetry for Kids
बाल कविता जलेबी : छोटे बच्चों के लिए जलेबी के विषय पर बेहतरीन हिंदी बाल कविता, निधि मानसिंह की बाल कविता जलेबी, बच्चों के लिए मनोरंजक हिन्दी बाल कविताएं, लोकप्रिय बाल कविताएँ, मिठाइयों पर बाल कविता जलेबी, मनोरंजक बाल कविता हिन्दी में जलेबी, बाल कविताएँ, बाल दिवस पर बाल कविता, बाल दिवस पर बाल गीत हिंदी में। Poem on Jalebi in Hindi, Jalebi Bal Kavita In Hindi, Children's Poem Jalebi in Hindi, Kids Poems in Hindi, Nidhi Mansingh Ki Bal Kavita In Hindi, Children's Poetry, Hindi Kavita for Kids, Hindi Poetry for Children's, Bal Kavitayen Hindi, Bal Geet in Hindi...
Bal Kavita In Hindi : Nidhi Mansingh Poetry for Children's
जलेबी
गोल - गोल है रसभरी
लगती जैसी मीठी परी।
देख के मुंह में आये पानी
पांच रूपये की दिला दो नानी।
खुशबू इसकी जी ललचाती
जलेबी मुझको पास बुलाती।
नही सुनूंगा परियों की कहानी
पांच रूपये की दिला दो नानी।
मोटू हलवाई तोंद फुलाके
बेचे जलेबी शोर मचा के।
छोड़ो अब तो आना - कानी
पांच रूपये की दिला दो नानी।
मोटू हलवाई से नानी बोली
फिर गर्म जलेबी उसने तौली।
तूने मेरी बात है मानी
तू है सबसे प्यारी नानी।
- निधि "मानसिंह"
कैथल, हरियाणा
nidhisinghiitr@gmail.com
ये भी पढ़ें; Bal Kavita Tikki Pakora Jalebi : बाल कविता टिक्की पकौड़ी जलेबी