Hum Ladke Hindi Poem by Kunal Meena
हम लड़के हिंदी कविता : कुनाल मीना की कविता हम लड़के, हिंदी कविता कोश में आपके लिए प्रस्तुत है कुनाल मीना की हिन्दी कविता हम लड़के। हिंदी प्रेरणादायक कविता हम लड़के, कविता कोश। Hum Ladke Hindi Kavita, Kunal Meena Poetry in Hindi, Hindi Inspirational Poem, Kavita Kosh...
हम लड़के
रहते है परदेश में हम पर
घर की याद बहुत सताती है
माँ का प्यार, पिता की डांट
आंखें गीली कर जाती है।
दिल दुखता है हमारा भी
हमें भी पीड़ा रूलाती है
जिम्मेदारी के बोझ से
मुस्कान हमारी भी खो जाती हैं
ड्यूटी करके, खाना पकाना
तब माँ की बहुत याद आती है
वो,प्यार भरी थपकी की रोटी
यारों! हमको पास बुलाती है।
सुनो! आसन नही लड़का होना
हर पीड़ा छिपानी होती है
मारकर अपनी इच्छाओं को
जिम्मेदारी निभानी होती है।
- कुनाल मीना
दौसा, राजस्थान
ये भी पढ़ें; कुनाल मीना की कविता मेरे उसूल : Mere Usul Kavita