Maa Ki Pyar Bhari Lori Bal Kavita In Hindi by Nidhi Mansingh
बाल कविता माँ की प्यार भरी लोरी : छोटे बच्चों के लिए बाल कविता माँ की प्यार भरी लोरी, बच्चों के लिए बाल कविता हिंदी में माँ की प्यार भरी लोरी। निधि मानसिंह की बाल कविता माँ की प्यार भरी लोरी, बाल कविता हिंदी में। Nidhi Mansingh Poetry in Hindi, Hindi Bal Kavita, Maa Ki Lori Kavita in Hindi...
माँ की प्यार भरी लोरी
माँ की प्यार भरी लोरी सुन
छोटा भोलू सो गया।
आंखों में आते ही निंदिया के
परियों के देश में खो गया।
आइसक्रीम का झरना बहता
चॉकलेट के है बड़े पहाड़।
कैंडी, टॉफी की नदियाँ देख,
भोलू कितना खुश हो गया?
लड्डू, पेडे, रसगुल्ले, जलेबी
देखो! पेड़ से लटक रहे थे।
पिज्जा, बर्गर, टिक्की छोले देख
भोलू मस्तराम सा हो गया।
बादल गरजे, बिजली चमकी
भोलू डरकर जाग उठा,
आंख खुली और टूटा सपना
सुंदर देश कही गुम हो गया।
- निधि "मानसिंह"
कैथल, हरियाणा
ये भी पढ़ें; मजेदार शीतकालीन कविताएँ : सर्दी की छुट्टियां बाल कविता