द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी : साहित्य - सिनेमा व संस्कृति

Dr. Mulla Adam Ali
0

Two-day International Seminar on Literature, Cinema and Culture

International Seminar on Literature, Cinema and Culture

द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी / सम्मान समारोह

साहित्य, सिनेमा व संस्कृति

साहित्य (Literature) भाषा का रूप है जो विचार, भावनाएं, और कथाएं साझा करने का एक अद्वितीय माध्यम है। यह शब्दों के माध्यम से कला, साहित्य, और मानव अनुभव को व्यक्त करने का साधन है। सिनेमा (Cinema) मानव साहित्य, भाषा, और भावनाओं को दृश्यगत रूप से प्रस्तुत करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। यह नाटक, कथा, और चित्रण के माध्यम से विचारों को जनता के साथ साझा करता है और चरित्रों के माध्यम से जीवन की विविधता को प्रस्तुत करता है। संस्कृति (Culture) मानव समुदाय की शैली, शिक्षा, कला, साहित्य, और सामाजिक अभिवृद्धि का सार्मथ्यपूर्ण स्रोत है। यह मौलिकता, मौद्रिकता, और सांस्कृतिक विविधता की अद्वितीयता को प्रमोट करती है और एक समृद्ध और विकसित समाज का निर्माण करने में मदद करती है। साहित्य, सिनेमा, और संस्कृति सांस्कृतिक रूप से समृद्धि का स्रोत होते हैं। साहित्य मानव भावनाओं को व्यक्त करने का साधन होता है, सिनेमा दृश्यों के माध्यम से कथाएं चित्रित करता है, और संस्कृति सामाजिक और ऐतिहासिक समर्थन प्रदान करती है। इनका मिलन समृद्धि और समरसता की भावना को बढ़ावा देता है। ये तीनों - साहित्य, सिनेमा, और संस्कृति (Sahitya, Cinema Aur Sanskriti), मानवता के रूपरेखा को साझा करने के लिए शक्तिशाली साधन हैं। साहित्य विचारों को शब्दों में आवतंत्रित करता है, सिनेमा दृश्यों के माध्यम से कहानियों को जीवंत करता है, और संस्कृति सामाजिक समरसता की भावना को सजीव रूप से दर्शाती है।

पंजाबी सभा मास्को, रूस एवं जगन्नाथ हिंदी महाविद्यालय तलश्शेरी, कण्णूर, केरल के तत्वाधीन में द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी / सम्मान समारोह

संगोष्ठी का विषय : साहित्य, सिनेमा व संस्कृति (Sahitya, Cinema Aur Sanskriti)

दिनांक : 20 व 21 जनवरी 2024

संगोष्ठी स्थान : पी. पी. अप्पु मास्टर स्मारक, जगन्नाथ हिन्दी महाविद्यालय टेम्पिल गेट, तलश्शेरी, कण्णूर, केरल 670102

आयोजन समिति

श्री.के. के. मारार अध्यक्ष, जगन्नाथ हिंदी महाविद्यालय, डॉ.वी. रामचन्द्रन उपाध्यक्ष, जगन्नाथ हिंदी महाविद्यालय श्री. रत्नवेल.पी.ए प्रबन्ध निधि पालक जगन्नाथ हिंदी महाविद्यालय प्रो. मनु विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय (केरल) श्री. पी.ए श्रीकांत कोषाध्यक्ष जगन्नाथ हिंदी महाविद्यालय

संरक्षण समिति

प्रो. रविंद्र कुमार, पूर्व कुलपति चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ (उत्तर प्रदेश

श्री प्रमोद कुमार धीमान, संस्थापक पंजाबी सभा मास्को, (रूस)

श्री तेजेंद्र शर्मा प्रसिद्ध साहित्यकार (लंदन)

डॉ. विकास दवे, निर्देशक साहित्य अकादमी भोपाल (मध्य प्रदेश)

प्रो. विनय पाठक कुलपति नेपालगंज विश्वविद्यालय, (बिहार)

प्रो. एस.बी. पाटील प्राचार्य अक्कलकुवा महाविद्यालय (महाराष्ट्र) प्रो. विनय कुमार भारद्वाज, संकाय अध्यक्ष मानविकी मगध विश्वविद्यालय, बोधगया (बिहार)

श्री महेंद्र भीष्म, उपन्यासकार लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

डॉ. दिनेश राय सापेला ADM बाँसवाड़ा, राजस्थान

प्रो. अमीन मलिक प्राचार्य मट्ठन, (जम्मू कश्मीर)

डॉ. नीना शर्मा, (नीदरलैंड)

प्रो. सरन घई, (कनाडा)

प्रो मोहनकांत गौतम, (नीदरलैंड)

अतिथि वक्ता

प्रो शैलेन्दु प्रकाश नेपाल (नेपाल)

श्री अनुराग शर्मा, पीटर सर्ग, (अमेरिका)

प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा उज्जैन (मध्यप्रदेश) भारत भूषण विभागाध्यक्ष केंद्रीय विश्वविद्यालय (जम्मू कश्मीर)

प्रो. श्री सुशील कुमार आज़ाद (चंडीगढ़) प्रो. यशपाल शर्मा (जम्मू)

डा. मुक्ति शर्मा (जम्मू)

डा. अमिता एल टंदेल ( गुजरात) डा. सीमा राठौर (गुजरात) डा. अंशु बत्रा

प्रो. महेश कुमार जे वाघेला (गुजरात) श्रीमती संध्या राव (छत्तीसगढ)

डा. गुंजन शुक्ला इन्दौर ( मध्यप्रदेश) डा. नीलम सेन (गुजरात)

डा. अन्तोनि ओलिवर (कर्नाटक)

डा. कृष्णा काकानी (आंध्र प्रदेश) डा. प्रीति सिंह, (हिमाचल)

डा. प्रतिभा दतिया (मध्यप्रदेश)

डा. स्नेहलता शर्मा, हैदराबाद (तेलंगाना) डॉ. आशीष कुमार साव, (कोलकाता)

श्री अभिषेक सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी, बिजनौर उत्तर प्रदेश सरकार

संयोजक

डा. रघुराम पी.ए. तलश्शेरी, केरल (944616284) डा. मोनिका देवी, उपन्यासकार शामली (उत्तर प्रदेश)

सह संयोजक

डा. अलका यादव, (छत्तीसगढ) 83199 66015 श्री सुनील चौधरी, (अलीगढ) 8077090923

रजिस्ट्रेशन शुल्क 2000, पीएचडी छात्र 1500 अन्य छात्र 1000,  Google Pay 8074544946 आवास शुल्क 2 दिन के लिए 3000रु रहेगा।

ये भी पढ़ें; त्रि-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी : हिंदी में सबाल्टर्न साहित्य

Hindi Cinema aur Sahitya : हिन्दी सिनेमा और साहित्य के अंतर्संबंध

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top