विश्व हिंदी दिवस पर विशेष कविता : राष्ट्रभाषा

Dr. Mulla Adam Ali
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Hindi Diwas Kavita : Hindi Day Poem in Hindi on Rasthrabhasha

World Hindi Day Poem in Hindi

World Hindi Day Poem in Hindi : विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी 2024 पर विशेष राष्ट्रभाषा हिन्दी पर कविता। राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर विशेष राष्ट्रभाषा हिन्दी पर कविता, हिंदी दिवस कविता, हिंदी डे कविता। Poem on World Hindi Day, Poetry in Hindi on World Hindi Diwas, Vishwa Hindi Divas Kavita, Hindi Divas Kavita in Hindi, Hindi Day Poem on Rasthrabhasha Hindi...

Hindi Diwas Kavita

राष्ट्रभाषा

भाषा भगवान का वरदान है

बोली भाषा आदमी की पहचान है।

भाषा बिना जानवर जीता है

भाषा से आदमी उन्नत होता है।

भाषा संपर्क संवाद साक्षात्कार है

भावनाओं का शब्दो से अविष्कार है।

भाषा से व्यक्ति का विकास होता है

भाषा से अटूट विश्वास होता है।

माता पिता से भाषा मिलती है

बचपन से मातृभाषा आत्मसात होती है।

भारत विविध संस्कृति का देश है

भारत देश में अनेक भाषा रत है।

रोजी रोटी के लिये कहीं भी जाना है

पेट के लिये पैसा कमाना है।

भारत देश हमारा है

हर प्रांत क्षेत्र हमारा सहारा है।

हर प्रांत की भाषा आना लाजमी है ?

क्षेत्रीय भाषा न आना कोई कमी है ?

भाषा-भाषा के शब्द-अर्थ अलग है

प्रत्येक प्रांतीय भाषा सिखना मुश्किल है।

राष्ट्रभाषा पर्यायी सरल भाषा है

भाषाओं का मेलजोल हिंदी भाषा है।

संवाद संपर्क के लिये आसान है

मिठी राष्ट्रभाषा देश की शान है।

एक दूसरे से हिंदी से होता है

हिंदी से अनोखा रिश्ता बनता है।

हिंदी न बोलना राष्ट्रभाषा का अपमान है

हिंदी भाषियों को सताना अज्ञान है।

हर भारतीय नागरिक को हिंदी अपनाना है

राष्ट्रभाषा का सम्मान रखना है।

भाईचारा, एकता राष्ट्रभाषा से रखना है

हिंदी भाषा को अब वैश्विक बनाना है।

- मीना खोंड

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