Poem about Environment in Hindi : Madhu Pradhan Madhur
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नाम : मधु प्रधान मधुर
शिक्षा : एम.ए. हिंदी,वी.एड
व्यवसाय : सेवानिवृत्त शिक्षिका
साहित्यिक परिचय : अनेक पत्रिकाओं सरिता, साक्षात्कार, आदि में, समाचार पत्रों में लेख व कविताएं प्रकाशित, अनेकों सम्मान।
पर्यावरण पर सुंदर हिंदी कविता
पर्यावरण
झूम झूम कर वृक्ष सदा ही
अपने पास बुलाते हैं
कहते यह सबसे हैं
मुझे प्यार करो सहलाओ
मैं नतमस्तक हूं तुम्हारे सम्मुख
मैं हूं दोस्त तुम्हारा
प्रतिक्षण ही देता हूं प्राणदायनी वायु सबको
फल फूलों की कमी नहीं है
औषधि बन जीवनदान तुम्हें ही देते हैं
फिर भी तुम रहते मुझ से क्षुब्ध सदा
मुझे काटने में ही मिलता है सुख कैसा
क्या हरियाली मेरी भाति नहीं
क्या वृक्षों की छाया से तृप्त नहीं होते
फल आहार जो मिलता है मेरे से
उसकी कोई नहीं कीमत क्या
करता हूं एक निवेदन मानव से
मत मुझको काटो बेरहमी से
अपना साथी मान,गले प्यार से
मुझे लगाओ
फिर जीवन पथ में सुख की ही
वर्षा सा आनंद सदा पाओगे
गीत मेरे ही गुनगुनाओगे।।
- मधु प्रधान मधुर
मुंबई
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