Hockey Ke Jaadugar : खेल दिवस पर विशेष कविता हॉकी का जादूगर

Dr. Mulla Adam Ali
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राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को मनाया जाता है, राष्ट्रीय खेल दिवस की शुरुआत साल 2012 में हुई, 29 अगस्त महान हॉकी खिलाड़ी - हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी का जन्मदिन है।

Hockey Ke Jadugar Major Dhyanchand

Hockey Ke Jadugar

Bal Kavita Hockey Ke Jaadugar : डॉ. परशुराम शुक्ल जी की कविता संग्रह "प्रतिनिधि बाल कविताएं" से राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर विशेष हिंदी बाल कविता " हॉकी का जादूगर", मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता है, इनके जन्मदिन पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। खेल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य खेलों के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना और शारीरिक रूप से मजबूत होने के लिए प्रेरित करना है। आज मेजर ध्यानचंद जयंती या खेल दिवस पर आपके लिए कविता कोश में प्रस्तुत है बाल कविता हॉकी का जादूगर।

खेल दिवस (29 अगस्त) पर विशेष : हॉकी का जादूगर

Poem on National Sports Day

आओ बच्चों आज हम सभी,

ध्यान चन्द को जानें।

हॉकी के इस जादूगर को,

कविता से पहचानें ।

सब उन्नीस सौ पाँच देश ने,

एक रतन धन पाया।

जिसने हॉकी में भारत का,

जग में ध्वज फहराया।

सेना का छोटा सा सैनिक,

दृढ़ इच्छाओं वाला।

कर न सका जो कोई अब तक,

ऐसा कुछ कर डाला।।

लेकर हॉकी गया जर्मनी,

आस्ट्रेलिया आया।

और पहुँच अमरीका उसने,

अपना खेल दिखाया ।।

सारे जग में धूम मच गई,

ओलम्पिक भी जीते ।

हॉकी वाले उसके आगे,

सारे पानी पीते ।।

बर्लिन ओलम्पिक में उसको,

हिटलर ने पहचाना।

बोला सैनिक ध्यान चन्द से,

पास हमारे आना ।।

खेल तुम्हारा सबसे अच्छा,

अपना नाम बताओ ।

फील्ड मार्शल तुम्हें बनाऊँ,

तुम जर्मन आ जाओ ।।

सारे जग में इसी तरह से,

उसने धूम मचायी ।

तुम भी ऐसे बनो जहाँ में,

बात समझ में आयी ?

तीन दिसम्बर सन उन्यासी,

को यह स्वर्ग सिधारा।

मैंने भी अपने कंधों का,

उसको दिया सहारा।।

ध्यान चन्द का बच्चों से था,

अपनेपन का नाता।

जन्म दिवस उसका ही बच्चों,

खेल दिवस कहलाता ।।


- डॉ. परशुराम शुक्ल

बाल साहित्यकार,

भोपाल (मध्यप्रदेश)

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