Poem on Rail in Hindi by Dr. Parshuram Shukla Hindi Pratinidhi Bal Kavitayein for Kids in Hindi Children's Poems Chuk chuk Chuk RailGadi Poems in Hindi
Chuk Chuk Rail Bal Kavita In Hindi
हिंदी बाल कविता छुक-छुक रेलगाड़ी : छुक छुक रेलगाड़ी बाल कविता, बच्चों के लिए यात्रा का आनंद देने वाली कविता, डॉ. परशुराम शुक्ल की कविताएं, बाल कविता छुक छुक रेलगाड़ी, प्रतिनिधि बाल कविताएं रेलगाड़ी के विषय पर हिंदी बेहतरीन बाल कविता, बच्चों के लिए नटखट कविता।
Hindi Children's Poem Chuk Chuk Rail
छुक-छुक रेल
रामू, मोहन, मीना, तारा,
खेल रहे हैं मिलकर खेल ।
सरपट दौड़ लगाने वाली,
छुक-छुक रेल, छुक छुक रेल ।
राजू इंजन बन कर देता,
सीटी की लम्बी आवाज ।
मोहन सबके पीछे जा कर,
झण्डी जैसा देता हाथ।
मीना, तारा डिब्बे बन कर,
मचा रही हैं रेलम पेल ।
अब आगे बढ़ने वाली है,
छुक-छुक रेल, छुक-छुक रेल ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
ये भी पढ़ें; ऊदबिलाव पर विशेष बाल कविता : Children's Poem on Otters in Hindi
Hindi Bal Kavitayen, Rail Poem in Hindi, Chuk Chuk Rail Kavita in Hindi, Bal Kavita Sangrah, Bal Kavita Kosh, Hindi Kids Poems, Hindi kids Rhymes on Rail, Children's Poetry, Dr. Mulla Adam Ali, Hindi Language and Literature Blog, Kids Poems in Hindi, Children's Literature...