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Poem on Gulli Danda in Hindi
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बाल कविता इन हिन्दी गुल्ली डंडा
गुल्ली डंडा
कैरम लूडो से बच्चों को,
नींद हमेशा आती ।
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बिजली गुल हो जाती ।।
क्रिकेट अगर खेलना हो तो,
पहले टीम बनाओ ।
और ओपनर डटा रहे तो,
बिन खेले आ जाओ ।।
इसीलिये तो सभी मानते,
राजू, मोहन, पण्डा।
सब खेलों में सबसे अच्छा,
अपना गुल्ली डण्डा।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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