Kalrav Hindi Poem for Children by Parshuram Shukla Representative nursery rhymes in Hindi, Hindi Children's Poetry, Kids Poems in Hindi, Bal Sahitya in Hindi
Kalrav : Pratinidhi Bal Kavitayein
कलरव : परशुराम शुक्ल की 20+ प्रतिनिधि बाल कविताएं 1. प्रार्थना बाल कविता 2. सूरज दादा बाल कविता 3. बाल कविता दादी 4. मम्मी-मम्मी बाल गीत 5. छोटा परिवार बच्चों के लिए कविता 6. हम बच्चे बाल कविता 7. सरकस का जोकर हिंदी बाल कविता 8. मिठू तोता बाल कविता इन हिन्दी 9. कुल्फी वाला हिन्दी बाल कविता 10. अररर झम बाल कविता 11. सर्दी आई बाल गीत 12. बाल कविता पेड़ लगाया 13. तितली रानी बाल कविता 14. बाल गीत ऊड़न छू 15. मेरी प्यारी नानी बाल कविता 16. पक्षी बाल गीत 17. चींटी रानी बाल कविता 18. शेर और गीदड़ बाल कविता 19. बंदर की कार बाल कविता 20. बाल कविता साइकिल 21. मैच बाल कविता 22. मेरी गुड़िया बाल कविता 23. सेवाकराम बाल कविता 24. बाल कविता छुट्टी आई।
परशुराम शुक्ल की बाल कविताएं
प्रार्थना बाल गीत इन हिंदी
1. प्रार्थना
हे प्रभु! मैं छोटा सा बच्चा ।
भोला-भाला, सीधा-सच्चा।
मेरी बस इतनी सी इच्छा।
बन जाऊँ मैं सबसे अच्छा ।।
Suraj Dada Children's Poem : Poem on Sun in Hindi
2. सूरज दादा
सूरज दादा मूँछों वाले,
बड़े सवेरे आते हैं।
उन्हें देखकर चन्दा मामा,
चुपके से छिप जाते हैं ।।
Bal Kavita Dadi : Poem on Grandmother in Hindi
3. दादी
मेरी दादी सबसे अच्छी,
उसकी बात निराली है ।
सीधी-सच्ची बातें करती,
बिलकुल भोली-भाली है ।।
Maa Par Kavita : Poem on Mother in Hindi
4. मम्मी-मम्मी
मम्मी-मम्मी भूख लगी है,
आओ खाना खाएँ।
हलुआ, पूड़ी, दूध, मलाई,
खाकर मौज मनाएँ ।।
Chota Parivar Kavita : Small Family Poem in Hindi
5. छोटा परिवार
मम्मी, पापा, भैया, दीदी,
रहते साथ हमारे ।
खाते-पीते और खेलते,
मिल-जुलकर हम सारे ।।
Hum Bachhe Bal Kavita : Kids Poems in Hindi
6. हम बच्चे
हम सब बच्चे रोज सवेरे,
शाला पढ़ने जाते हैं ।
हँसते, गाते, शोर मचाते,
घर वापस आ जाते हैं ।।
Circus Ka Joker Bal Kavita : Poem Joker and Circus
7. सरकस का जोकर
बच्चों ! मैं सरकस का जोकर,
हँसता और हँसाता हूँ।
छोटे-छोटे सब बच्चों को,
नए खेल दिखलाता हूँ ।।
Totha Bal Kavita : Poem on Parrot in Hindi
8. मिठू तोता
रंग-बिरंगा मिट्ठू तोता,
लाल-लाल फल खाता है।
दिनभर उड़ता आसमान में,
शाम ढले सो जाता है ।।
Bal Kavita Kulfi Wala : Children's Poem Kulfi Wala
9. कुल्फी वाला
आते ही गरमी का मौसम,
कुल्फी वाला आता है।
ठंडी-ठंडी, मीठी-मीठी,
कुल्फी रोज खिलाता है।।
Nursery rhymes in Hindi
10. अररर झम
वर्षा आई, बदली छाई,
पानी बरसा अररर झम।
मोटा राजू घर से निकला,
गिरा जोर से निकला दम ।।
Sardi Aayi Bal Kavita : Children's Poetry in Hindi
11. सर्दी आई
नाना, नानी, दादा, दादी,
सर्दी से घबराते ।
आते ही सर्दी का मौसम,
लकड़ी खूब जलाते ।।
Tree Planting Poetry for Kids
12. पेड़ लगाया
दादा जी ने पेड़ लगाया,
पापा देते पानी।
मीठे-मीठे फल खाती है,
उनकी बिटिया रानी ।।
Titli Rani Bal Kavita : Poem on Butterfly
13. तितली रानी
तितली रानी बड़े सवेरे,
पंख लगाकर आती है।
फूल-फूल का रस पीती है,
शाम हुई घर जाती है ।।
Best Poems for Childrens
14. ऊड़न छू
मुर्गा जी ने बाँग लगायी,
कुकडू कू, कुकडू कू ।
नींद हो गई सब बच्चों की,
ऊड़न छू, ऊड़न छू ।।
Poem on Grandmother : Nani Bal Kavita
15. मेरी प्यारी नानी
हंस पक्षियों का राजा है,
मछली जल की रानी ।।
सच-सच बात बताती हरदम,
मेरी प्यारी नानी ।।
Pakshi Bal Kavita : Poem on Birds
16. पक्षी
कोयल, कौआ, तोता, मैना,
पेड़ों पर सुख पाते हैं।
आसमान में उड़ने वाले,
पिंजरे में घबराते हैं ।।
Chinti Rani Bal Geet : Poem on Ant in Hindi
17. चींटी रानी
हाथी दादा ने जंगल में,
सबको मार लगाई ।
तभी आ गयी चींटी रानी,
भागे हाथी भाई ।।
Sher Aur Gidhad Bal Kavita
18. शेर और गीदड़
शेर और गीदड़ में देखी,
ऐसी एक लड़ाई।
मारा थप्पड़ गीदड़ जी ने,
भागे शेरू भाई ।।
Bandar ki Car Bal Kavita In Hindi
19. बन्दर की कार
बन्दर मामा लेकर आए,
अमरीका से कार ।
टक्कर मारी हाथी जी ने,
कार हुई बेकार ।।
Cycle Bal Kavita In Hindi
20. साइकिल
दो पहियों की लाल साइकिल,
सरपट दौड़ लगाती है ।
पाँच मिनट में कलकत्ते तक,
जाकर वापस आती है ।।
Match Bal Kavita In Hindi
21. मैच
दादा जी ने कैप लगाकर,
खेला ऐसा मैच ।
पहली बार लगाया छक्का,
और हो गये कैच ।।
Meri Gudiya Hindi Bal Kavita
22. मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया रानी है।
इसकी एक कहानी है।
शैतानी यह करती है ।
पर दादी से डरती है।
Sevakaraam Bal Kavita In Hindi
23. सेवकराम
मूछों वाले दुबले-पतले,
काका सेवकराम ।
पानी देते हर पौधे को,
करते दिनभर काम ।।
Chutti Aayi Bal Kavita In Hindi
24. छुट्टी आयी
छुट्टी आयी, छुट्टी आयी,
बच्चों मौज मनाओ ।
खेलो, कूदो, नाचो गाओ,
हलुआ-पूड़ी खाओ ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
ये भी पढ़ें; प्रतिनिधि बाल कविताएँ : डॉ. परशुराम शुक्ल
Hindi Bal Kavita Sangrah, Dr. Parshuram Shukla Children Poems in Hindi, Hindi Bal Sahitya, Children's Literature in Hindi, Kids Poems in Hindi, Bal Geet in Hindi, Kavita Kosh, Hindi Bal Kavitayein, Dr. Mulla Adam Ali, Hindi Language and Literature Blog, शिक्षाप्रद बाल कविताएं, बाल कविता संग्रह, प्रतिनिधि बाल कविताएं, बाल गीत बच्चों के लिए, प्रेरणादायक बाल कविताएं, पक्षियों पर बाल कविता, जानवरों पर बाल कविताएं, रोचक बाल कविताएं, कविता कोश, हिंदी बाल कविता कोश।