Hindi Children's Poem Jungle Mein Shala, Hindi Poem School in Forest, Jungle Mein School Kids Poems, Dr. Parshuram Shukla Poetry, Pratinidhi Bal Kavitayein.
Bal Kavita Jungle Mein Shala
जंगल में शाला हिंदी कविता : मजेदार हिंदी बाल कविता जंगल में शाला, जानवरों के विषय पर बाल कविता। डॉ. परशुराम शुक्ल की प्रतिनिधि बाल कविता संग्रह से संग्रहित हिन्दी बाल कविताएं। जंगल में स्कूल हिन्दी बाल कविता, रोचक हिंदी बाल कविता, हास्य हिंदी बाल कविता जंगल में शाला।
School in Jungle Children's Poem
जंगल में शाला
जंगल के सारे पशुओं ने,
मीटिंग एक बुलाई ।
सबके मन में बात यही थी,
कैसे करें पढ़ाई ?
इन्सानों को देख-देख कर,
पढ़ने की सुध आई ।
पर शाला के बिना किसी की,
होती नहीं पढ़ाई ।।
शाला कैसे बने यहाँ पर ?
बोले गीदड़ भाई ।
पीछे बैठे भालू जी ने,
अपनी अकल लगाई ।।
बोला भालू आगे बढ़ कर-
'मैं दिल्ली जाऊँगा।
शालाएँ कैसे बनती हैं ?
आकर बतलाऊँगा ।।'
दिल्ली से लौटा फिर भालू,
पहने काली टाई ।
सारे पशुओं को फिर उसने,
इक तरकीब बताई ।।
भालू के कहने पर सबने,
शाला एक बनाई ।
जीव-जन्तु जंगल के फिर सब,
करने लगे पढ़ाई ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
ये भी पढ़ें; हिन्दी बाल कविता : लाखों लाख बधाई
Hindi Kavita Jungle Mein Shala, School in Forest Hindi Kavita, Children's Poetry in Hindi, Dr. Mulla Adam Ali, Hindi Language and Literature Blog, Kids Poems, Bal Geet in Hindi, Poetry Collection in Hindi.