प्रतिनिधि बाल कविता: वृक्ष की महिमा

Dr. Mulla Adam Ali
0

Children Poems in Hindi Vruksh Ki Mahima, Bal Kavita Kosh, Hindi Poetry, Pratinidhi Bal Kavitayein, Dr. Parshuram Shukla Poetry in Hindi for Kids Poems.

Bal Kavita Vriksh Ki Mahima

poem on tree in hindi

Hindi Children's Poems on Tree

वृक्ष की महिमा


तन मन को सुख देने वाले,

वृक्ष हमेशा लहराते हैं ।

बागों में कलियाँ खिलती हैं,

भँवरे उन पर मँडराते हैं ।।

वृक्ष भूमि पर जनजीवन को,

नव पुष्पों सा महकाते हैं।

वृक्षों की महिमा को बच्चों,

मोर पपीहा सब गाते हैं ।।

इनकी महिमा बड़ी निराली,

नयी-नयी फसलें लाते हैं।

काजू, सेब, सन्तरा, नींबू,

सब हम वृक्षों से पाते हैं।।

अगर धरा पर वृक्ष न होते,

तो क्या बादल गर्जन करते?

चारों ओर मरुस्थल होता,

सारे प्राणी भूखे मरते ।।

इसीलिए तो मेरे पापा,

हर दिन पौधा एक लगाते ।

इन्हें काटना बहुत बुरा है,

मुझको सदा यही समझाते ।।


- डॉ. परशुराम शुक्ल

बाल साहित्यकार,

भोपाल (मध्यप्रदेश)

ये भी पढ़ें; Childrens Poem in Hindi: आई गर्मी आई

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top