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Bal Kavita Vriksh Ki Mahima
Hindi Children's Poems on Tree
वृक्ष की महिमा
तन मन को सुख देने वाले,
वृक्ष हमेशा लहराते हैं ।
बागों में कलियाँ खिलती हैं,
भँवरे उन पर मँडराते हैं ।।
वृक्ष भूमि पर जनजीवन को,
नव पुष्पों सा महकाते हैं।
वृक्षों की महिमा को बच्चों,
मोर पपीहा सब गाते हैं ।।
इनकी महिमा बड़ी निराली,
नयी-नयी फसलें लाते हैं।
काजू, सेब, सन्तरा, नींबू,
सब हम वृक्षों से पाते हैं।।
अगर धरा पर वृक्ष न होते,
तो क्या बादल गर्जन करते?
चारों ओर मरुस्थल होता,
सारे प्राणी भूखे मरते ।।
इसीलिए तो मेरे पापा,
हर दिन पौधा एक लगाते ।
इन्हें काटना बहुत बुरा है,
मुझको सदा यही समझाते ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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