Hindi Bal Kavita: इन्हें पहचानें

Dr. Mulla Adam Ali
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Childrens Poem Inhe Pahchano

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Inhe Pahchano Kavita

इन्हें पहचानें


अन्तर समझें भले बुरे का,

और इन्हें पहचानें।

इस दुनिया में तरह-तरह के,

लोग दिखाई देते ।

कुछ देते हैं सब कुछ अपना,

नहीं कभी कुछ लेते ।

मानवता के सच्चे सेवक,

इनको अपना मानें। और इन्हें...

खून-पसीने की मेहनत से,

धन सम्पत्ति कमाते ।

बिना किये श्रम मिले खजाना,

तो उसको ठुकराते ।

विजय पराजय से ऊपर उठ,

अपना जीवन मानें। और इन्हें...

कल-कल करती नदियाँ झरने,

इनके मन को भाते ।

वन उपवन के जीव-जन्तु सब,

इनका मन हर्षाते ।

हमको भी ऐसा बनना है,

अपने मन में ठानें। और इन्हें....

पूरा जीवन करें समर्पित,

सब पर नेह लुटाते ।

एक नया संदेशा जग को,

देकर ये खो जाते ।

अमर हो गये महापुरुष ये,

आज इन्हें अपना लें। और इन्हें...

अन्तर समझें भले बुरे का,

और इन्हें पहचानें ।।


- डॉ. परशुराम शुक्ल

बाल साहित्यकार,

भोपाल (मध्यप्रदेश)

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