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Childrens Poem Inhe Pahchano
Inhe Pahchano Kavita
इन्हें पहचानें
अन्तर समझें भले बुरे का,
और इन्हें पहचानें।
इस दुनिया में तरह-तरह के,
लोग दिखाई देते ।
कुछ देते हैं सब कुछ अपना,
नहीं कभी कुछ लेते ।
मानवता के सच्चे सेवक,
इनको अपना मानें। और इन्हें...
खून-पसीने की मेहनत से,
धन सम्पत्ति कमाते ।
बिना किये श्रम मिले खजाना,
तो उसको ठुकराते ।
विजय पराजय से ऊपर उठ,
अपना जीवन मानें। और इन्हें...
कल-कल करती नदियाँ झरने,
इनके मन को भाते ।
वन उपवन के जीव-जन्तु सब,
इनका मन हर्षाते ।
हमको भी ऐसा बनना है,
अपने मन में ठानें। और इन्हें....
पूरा जीवन करें समर्पित,
सब पर नेह लुटाते ।
एक नया संदेशा जग को,
देकर ये खो जाते ।
अमर हो गये महापुरुष ये,
आज इन्हें अपना लें। और इन्हें...
अन्तर समझें भले बुरे का,
और इन्हें पहचानें ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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