Poem on National Hindi Day 14 September and 10 January World Hindi Day, Hindi Divas Kavita, Dr. Parshuram Shukla Poetry in Hindi, Vishwa Hindi Diwas Kavita.
Hindi Diwas Par Kavita
Poem on Hindi Diwas
हिन्दी अपनाएँ
भारत माता की अभिलाषा,
हिन्दी अपनाएँ ।
सरल, सहज है हिन्दी भाषा,
गौरवशाली हिन्दी ।
स्वाभिमान की रक्षा करती,
मधुर सुवासित हिन्दी।
हिन्दीमय हो जाएँ हम सब,
हिन्दी हिन्दी गाएँ।। हिन्दी...
बोस, तिलक सबकी यह इच्छा,
बने विश्व की भाषा ।
उन्नति के शिखरों पर पहुँचे,
जन-जन की अभिलाषा ।
विश्व भारती के यश गाए,
ऐसा कुछ कर जाएँ।। हिन्दी...
सभी गुणों से युक्त हमारी,
प्यारी हिन्दी भाषा ।
सारे जग में पहुँच रही है,
ऐसी न्यारी भाषा ।
सर्वविदित हो सबसे अच्छी,
यह विश्वास जगाए।। हिन्दी...
यह अखण्ड भारत की भाषा,
शान बने भारत की।
खोलेगी सब द्वार प्रगति के,
यह भाषा भारत की।
यह उत्थान करेगी सबका,
हम समझें समझाएँ।। हिन्दी....
भारत माता की अभिलाषा,
हिन्दी अपनाएँ ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
ये भी पढ़ें; हिन्दी बाल कविता संग्रह: भारत की शान