Children's Poetry Nanhe Munne Bachche Bal Kavita In Hindi by Dr. Parshuram Shukla Hindi Pratinidhi Bal Kavitayein for Kids.
Bal Kavita Nanhe Munne Bachche
नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे बाल कविता : बच्चों के लिए कविता बचपन पर लिखी गई नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे, बच्चों के विषय पर बेहतरीन कविता डॉ. परशुराम शुक्ल की प्रतिनिधि बाल कविता संग्रह से संग्रहित नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे आपके लिए आज कविता कोश में प्रस्तुत है।
Hindi Children's Poems Nanhe Munne Bachche
नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे
नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे,
कोमल कुसुम समान ।
इनके खिलने से महकेगा,
सारा हिन्दुस्तान ।।
भोली-भाली प्यारी सूरत,
अमृत सी मुस्कान ।
पल में रूठें पल में मानें,
करें न ये अभिमान ।।
मीठी मधुर तोतली वाणी,
में है कितना ज्ञान।
निश्छल किलकारी पर इनकी,
ई श्वर भी कुर्बान ।।
बच्चे होते सबसे अच्छे,
वे अमूल्य वरदान ।
जो आगे चल कर रखते हैं,
देश धर्म का मान।।
ये भारत के भाग्य विधाता,
ये भारत की शान ।
इनके खिलने से महकेगा,
सारा हिन्दुस्तान ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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