हिन्दी बाल कविता कोश: गुड़िया

Dr. Mulla Adam Ali
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Bal Kavita Gudiya

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Gudiya Children's Poem in Hindi

गुड़िया

आओ मुन्नी, आओ सीता।

आओ राधा, आओ गीता।

आयी मेरी गुड़िया रानी।

इसकी मुझसे सुनो कहानी।

यह आँखों से बातें करती ।

नहीं किसी साहब से डरती।

बस्ता लेकर पढ़ने जाती ।

आकर होमवर्क निपटाती ।

खाना सदा बनाती अच्छा।

रह जाता पर आधा कच्चा।

नील डाल कर कपड़े धोती ।

काम सभी निपटा कर सोती।

मेरी गुड़िया बड़ी हो गयी,

पैरों पर यह खड़ी हो गयी।

अब तुम गुड्डा राजा लाओ।

गुड़िया जी का ब्याह रचाओ ।।


- डॉ. परशुराम शुक्ल

बाल साहित्यकार,

भोपाल (मध्यप्रदेश)

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