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Naya Savera Hindi Bal Kavita
Childrens Poem Naya Savera
नया सवेरा आया
दूर हुआ है घोर अंधेरा,
नया सवेरा आया।
भारतमाता की बगिया का,
फूल फूल मुस्काया।
हर भारतवासी ने अपना,
सीना कर फौलादी,
काटी जेल गोलियाँ खायी,
तब पायी आजादी ।।
बच्चों ! तुम्हें सोचना होगा,
क्या कर्त्तव्य तुम्हारा?
आजादी अनमोल रत्न है,
इस धरती पर न्यारा।
इसकी रक्षा करने के हित,
मानवता अपनाओ ।
दीन दुखी निर्धन लोगों को,
अपने गले लगाओ ।
शिक्षा सुख समृद्धि सहज ही,
गाँव-गाँव पहुँचाओ ।
मानवता की सेवा कर के,
जीवन सफल बनाओ ।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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