Hindi Bal Kavita: नींद नहीं आती है

Dr. Mulla Adam Ali
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Neend Nahi Aati Hain Bal Kavita

Neend Nahi Aati Hain Bal Kavita

नींद नहीं आती है कविता : नींद के विषय पर बेहतरीन बाल कविता नींद नहीं आती है, डॉ. परशुराम शुक्ल की प्रतिनिधि बाल कविता संग्रह से संग्रहित हिन्दी कविता आज बाल कविता कोश में आपके लिए प्रस्तुत है नींद नहीं आती है। मम्मी के बिना नींद नहीं आती, क्योंकि मां बड़े प्यार से हमें लोरी सुनवाकर सुलाती है, ऐसे ही एक गीत मां के प्यार के बारे में बया करती है नींद नहीं आती है कविता।

Children's Poem in Hindi

नींद नहीं आती है


मम्मी-मम्मी बिना तुम्हारे,

नीन्द नहीं आती है।

मेरी प्यारी-प्यारी मम्मी,

मुझे सुनाओ गाना।

ऐसा वैसा सच्चा झूठा,

करना नहीं बहाना ।

आओ मम्मी लोरी गाओ,

रात हुई जाती है।। नींद नहीं...

गीत, कहानी, कविता कुछ भी,

मम्मी मुझे सुनाओ ।

सुर में अगर नहीं गा सकतीं,

बिना राग के गाओ।

दिन भर तो तू जाने कितनी,

बातें सिखलाती है।। नींद नहीं...

गीत सुनाने में लगती हो,

तुम परियों की रानी।

याद न हो कोई गाना तो,

कह दो एक कहानी।

कह दो वही कहानी जिसमें,

चिड़िया डर जाती है।। नींद नहीं...

तुमसे सुन कर गीत-कहानी,

मुझको निंदिया आती।

रंग बिरंगे सुन्दर-सुन्दर,

सपने मधुर दिखाती ।

इन सपनों में कभी-कभी,

नानी मिल जाती है ।। नींद नहीं...

मम्मी-मम्मी बिना तुम्हारे,

नींद नहीं आती है ।।


- डॉ. परशुराम शुक्ल

बाल साहित्यकार,

भोपाल (मध्यप्रदेश)

ये भी पढ़ें; निंदिया रानी मिलने आई : बाल कविता

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