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Poem on Environment
Paryavaran Bacho Bal Kavita
पर्यावरण बचाओ
आज समय की माँग यही है,
पर्यावरण बचाओ ।
ध्वनि, मिट्टी, जल, वायु आदि सब,
पर्यावरण हमारे ।
जीव जगत के मित्र सभी ये,
जीवन देते सारे ।
इनसे अपना नाता जोड़ो,
इनको मित्र बनाओ। पर्यावरण...
तब तक जीव जगत है जग में,
जब तक जग में पानी ।
जब तक वायु शुद्ध रहती है,
सोंधी मिट्टी रानी ।
तब तक मानव का जीवन है,
यह सबको समझाओ। पर्यावरण...
हरियाली की महिमा समझो,
वृक्षों को पहचानो ।
ये मानव के जीवन दाता,
इनको अपना मानो ।
एक वृक्ष यदि कट जाए तो,
ग्यारह वृक्ष लगाओ। पर्यावरण...
जीव जगत की रक्षा करना,
अब कर्त्तव्य हमारा।
शोर और मिट्टी का संकट,
दूर करेंगे सारा।
एक वृक्ष हम नित रोपेंगे,
आज शपथ ये खाओ। पर्यावरण....
आज समय की माँग यही है,
पर्यावरण बचाओ ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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